भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनावी साल में हारी हुई सीटों पर वॉर छिड़ गया है। दरअसल, कांग्रेस ने दिग्गज नेता तो वहीं भाजपा ने संगठन के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने अपने मैदानी व्यूह रचना तैयार की है। हारी हुई सीटों पर मोर्चा और विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। वरिष्ठ पदाधिकारी भी मैदान में नजर आएंगे। हारी हुई सीटों पर महिला मोर्चा, युवा मोर्चा, ओबीसी, अनुसूचित जाति जनजातियों, किसान मोर्चा को ज़्यादा काम करने की नसीहत दी गई है। मोर्चा संपर्क अभियान चलाकर सरकार के कार्यक्रमों की जानकारी देने में जुट गए हैं। आगामी तीन माह में इन सीटों को लेकर काम होगा, संगठन के कार्यक्रम होंगे।
वहीं कांग्रेस ने हारी हुई सीटों पर दिग्गजों को उतारा है। पीसीसी चीफ कमलनाथ से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह तक हारी हुई सीटों का दौरा कर रहे हैं। दिग्विजय ने मंडल सेक्टर की बैठक मोर्चा प्रकोष्ठों पर फ़ोकस किया है। बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाकर कमलनाथ जनसभा और कार्यकर्ताओं को मजबूत कर रहे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता भाजपा के गढ़ों में कार्यकर्ताओं को जोश भरने और जगाने का काम कर रहे हैं।

कमलनाथ ने तैयार की रणनीति
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने खुद बैठकर हारी हुई सीटों की रणनीति तैयार की है। कांग्रेस के नए प्लान को लेकर पूर्व मंत्री सचिन यादव ने कहा कि रणनीति के तहत उन सीटों पर हमारा ज्यादा फोकस है। जहां पर लगातार हम लोग दो चार बार से नहीं जीत पाये है, वहां की क्या कुछ कमी है, संगठन की क्या स्थिति है, यही स्थिति का एनालिसिस कमलनाथ लंबे समय से कर रहे हैं। बूथ मैनेजमेंट सेक्टर मंडल और संगठन की इकाई है जो कडिय़ां है, फिलहाल हमारा सबसे मेन फोकस संगठन है। विशेष रूप से जहां पर हमारी स्थिति कमजोर है। इस रणनीति के तहत कमजोर सीटों के तहत हम फोकस कर रहे हैं।

दिग्विजय जहां जाएंगे बीजेपी को होगा फायदा
कांग्रेस की नई रणनीति और हारी हुई सीटों पर फोकस को लेकर भाजपा मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने कहा कि दिग्विजय सिंह जहां जाएंगे बीजेपी को फायदा होगा। जाहिर सी बात है ऐसी सीटों पर भाजपा फोकस कर रही है, लेकिन फोकस करने का तरीका कांग्रेस से भाजपा का काफी अलग है। भारतीय जनता पार्टी ने हर कार्यकर्ता को कौन किस काम का कार्यकर्ता है उसको लगाया है, लेकिन कांग्रेस ने किसको लगाया है, जिनको मिस्टर बंटाधार के रूप में महिमामंडित किया गया। जिन्होंने स्वयं वीडियो जारी करके कहा मैं जहां जाता हूं वहां कांग्रेस के वोट कट जाते हैं। सिर्फ बुंदेलखंड क्यों हमारी कामना और अच्छा है वो 230 सीटों तक जाए, जो कमलनाथ भावी अवश्यंभावी निष्प्रभावी सपना है वो पूरा हो ही जाए।