जयपुर। देश में कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्ध राजस्थान के कोटा में एक बार फिर एक छात्र ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक छात्र 17 वर्षीय बहादुर सिंह उत्तर प्रदेश (यूपी) में रामपुर के फैजुल्ला नगर का निवासी था। वह दो महीने पहले ही आईआईटी की तैयारी के लिए कोटा आया था।

फांसी के फंदे पर लटका मिला शव

बहादुर कोटा के महावीर नगर तृतीय कालोनी में एक कमरे में रहता था। उसके साथ उत्तर प्रदेश का ही एक अन्य छात्र रहता था। बहादुर ने शुक्रवार रात फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की। शनिवार सुबह जब उसका दोस्त कमरे में पहुंचा तो घटना के बारे में जानकारी मिली।

कोचिंग सेंटर में मिली थी डांट

पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बहादुर को कुछ दिन पहले ही कोचिंग सेंटर में डांटा गया था। वहीं वह दाद की बीमारी से भी परेशान था। शनिवार सुबह छात्र के आत्मत्या करने की सूचना मिलने पर महावीर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पंखे के फंदे से उतारकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बहादुर के स्वजनों को सूचना दी है। उनके कोटा पहुंचने पर शव का पोस्टमार्टम होगा।

कमरे से नहीं मिला सुसाइड नोट

पुलिस थाना अधिकारी परमजीत पटेल के अनुसार, कमरे से सुसाइड नोट नहीं मिला है। बहादुर के पिता नही है। मां और भाई ही परिवार चलाते हैं। पुलिस के अनुसार, बहादुर के साथ कमरे में अर्पित नाम का छात्र भी रहता था। दोनों एक वाचनालय में पढ़ने जाते थे। वे रात को पढ़ते थे। शुक्रवार देर शाम को अर्पित ने लाइब्रेरी जाने के लिए पूछा तो बहादुर सिंह ने मना कर दिया। इसके बाद अर्पित चला गया। पीछे से देर रात को बहादुर सिंह ने फंदा लगा लिया।

कोटा में छह महीने में 16 छात्रों ने की आत्महत्या

अर्पित शनिवार सुबह सात बजे वापस कमरे में आया तो बहादुर ने कमरे का दरवाजा नहीं खोला। इस पर उसने जोर से धक्का देकर दरवाजा खोला तो बहादुर पंखे से लटका हुआ था। मकान मालिक ने पुलिस को जानकारी दी। कोटा में छह महीने में 16 छात्रों ने आत्महत्या की है।