2024 में मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करने की योजना बनने में जुटे राहुल गांधी
नई दिल्ली । 2024 की सियासी जंग की तैयारी जोर पकड़ती दिखने लगी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 2024 में मोदी सरकार के खिलाफ अभियान छेड़ने की योजना पर काम कर रहे हैं। वायनाड से सांसद राहुल गांधी फिलहाल उसी रणनीति पर काम कर रहे हैं, जैसी रणनीति विपक्ष ने 2014 में मनमोहन सिंह सरकार के खिलाफ अपनाई थी। इसके बाद यूपीए सरकार को आम चुनाव में हार का स्वाद चखना पड़ा। लोकसभा चुनाव की तैयारी के तहत राहुल गांधी 22 अगस्त को सिविल सोसायटी के सदस्यों और संगठनों के साथ मुलाकात करने वाले है। कांग्रेस सांसद इन संगठनों के मुद्दों को सुनकर उनपर अपने विचार रखने वाले हैं। राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा और इसके उद्देश्य पर भी सिविल सोसायटी के सदस्यों के साथ चर्चा करने वाले हैं।
वहीं, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आगामी 7 सितंबर से कन्याकुमारी से शुरू होगी। अपनी यात्रा से पहले राहुल गांधी की सिविल सोसायटी के लोगों से मुलाकात अहम मानी जा रही है। राहुल विभिन्न वर्गों के लिए काम करने वाले संगठनों और व्यक्तियों से मिलने जा रहे हैं। इसी क्रम में योगेंद्र यादव, मेधा पाटकर सहित अन्य लोगों और संगठनों से संपर्क साधा गया है। इसके अलावा भी 22 अगस्त को होने वाली मीटिंग के लिए बड़ी संख्या में लोगों से संपर्क साधा जा रहा है।
गौरतलब है कि 2014 से पहले इंडिया अगेंस्ट करप्शन के बैनर तले कई संगठनों ने तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार के खिलाफ माहौल बनाया था। तत्कालीन विपक्ष भाजपा ने यूपीए सरकार में भ्रष्टाचार और नीतिगत पंगुता के मुद्दों को उठाया था। यह वह दौर था जब एक अखिल भारतीय आंदोलन शुरू किया गया था। 2014 के चुनाव में दस साल के शासन वाली यूपीए सरकार सत्ता से बाहर हो गई थी। कांग्रेस सहित अन्य सहयोगी दलों को ऐतिहासिक पराजय का सामना करना पड़ा था।
ठीक इसी तर्ज पर राहुल गांधी आम लोगों से मिलकर बीजेपी सरकार के काम के आधार पर मोदी सरकार के खिलाफ नैरेटिव बनाना चाहते हैं। कांग्रेस नेता अपने भाषणों में संवैधानिक संस्थानों के कथित दुरुपयोग, बेरोजगारी, समाज में विभाजन, किसानों के मुद्दों और अर्थव्यवस्था की स्थिति से संबंधित मुद्दों को उठाएंगे। भारत जोड़ो यात्रा के लिए अलग से लोगो, वेबसाइट और साहित्य भी तैयार किया गया है।
इस बीच बीजेपी ने भी 2024 के चुनाव की लड़ाई के लिए कमर कस ली है। पार्टी ने बिहार में आगामी लोकसभा चुनाव में 40 में से 35 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा था कि बीजेपी 2024 में रिकॉर्डतोड़ जीत दर्ज करेगी। वहीं पार्टी ने अपने सांसदों को उन सीटों और क्षेत्रों में बूथों पर काम करने का जिम्मा सौंपा है, जहां पार्टी चुनाव परिणामों में दूसरे या तीसरे नंबर पर रही थी। हाल ही में पार्टी ने अपने संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति का पुनर्गठन किया है।