जयपुर। राजधानी जयपुर में एक ज्वेलर के घर से 1 करोड़ रुपये की कीमत के सोना चोरी केस का खुलासा हुआ है। चोरी हुए सोने के 2 बिस्किट्स  का वजन 2 किलो था। यह वारदात ज्वेलर के यहां फर्नीचर का काम करने वाले एक कारपेंटर ने की थी। उसने अपने चाचा बाबूलाल और साथी मुकेश के साथ मिलकर चुराए गए सोने के टुकड़ों को काटकर गला दिया। फिर सोने को बाजार में बेचकर मोटी रकम ले ली। इससे महंगे होटलों में विदेशी लड़कियों के साथ मौजमस्ती में पैसा खर्च किया। महंगी शॉपिंग की। जमकर शराब पी। दुर्गेश ने अपने गांव में दो मंजिला मकान बनाने का काम भी शुरू कर दिया।
  इस बीच घर से सोना चोरी होने का पता चलने पर ज्वेलर राजेश सोनी ने दो दिन पहले मानसरोवर थाने में केस दर्ज करवाया जिसमें दुर्गेश पर सोना चुराने का संदेह भी जताया। तब पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू की और रविवार को कारपेंटर दुर्गेश बैरवा, उसके चाचा बाबूलाल और साथी मुकेश उर्फ लादूराम को गिरफ्तार कर लिया।
 केशव विहार कॉलोनी में रहने वाले राजेश सोनी के यहां पिछले काफी दिनों से दुर्गेश फर्नीचर का काम करने आ रहा था। काम करने के दौरान दुर्गेश की नजर अलमारी में रखे सोने के बिस्कुट्स पर पड़ी। तब उसके मन में लालच आ गया। दुर्गेश सोने के दोनों बिस्कुट चुराकर ले गया। इसकी भनक बाबूलाल और मुकेश को लगी तो उनका मुंह बंद करवाने के लिए सोने का लालच दिया। तब बाबूलाल ने सोना गलवाकर बिकवाने में मदद की। दुर्गेश ने सोने का थोड़े थोड़े टुकड़े बाबूलाल और मुकेश को भी दे दिए। वहीं सोने के भाव बढ़ने पर ज्वेलर राजेश ने सोना बेचने के इरादे से अलमारी खंगाली। तब सोने के बिस्कुट गायब मिले। तब राजेश सोनी ने 4 मार्च को मुकदमा दर्ज करवाया। इस पर पुलिस ने पड़ताल शुरू की जिसमें सामने आया कि दुर्गेश की लाइफ स्टाइल में बदलाव आया है। वह काफी पैसे खर्च कर रहा है और कारपेंटर का काम भी छोड़ दिया है। ऐसे में संदेह होने पर पुलिस ने दुर्गेश को पकड़कर पूछताछ की तो उसने सोना चुराना कबूल कर लिया। फिलहाल पुलिस आरोपियों से चुराया हुआ सोना बरामद करने का प्रयास कर रही है।