बिहार विधानसभा में नीतीश सरकार ने जीता विश्वास मत, मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर साधा निशाना
पटना बिहार विधानसभा में नीतीश सरकार ने बहुमत साबित कर दिया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को विधानसभा में बीजेपी के वॉकआउट के बीच ध्वनिमत से बहुमत साबित किया। सरकार के आग्रह पर वोटिंग की प्रक्रिया शुरू कराई गई, जिस पर बीजेपी के विधायकों ने विरोध जताया और सदन से वॉकआउट कर गए। इस दौरान सरकार के पक्ष में 160 वोट पड़े और विपक्ष में शून्य वोट पड़े। नीतीश कुमार ने दो हफ्ते पहले बीजेपी से गठबंधन तोड़ आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। इसके बाद 26 अगस्त को बिहार के नये विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। इसके लिए गुरुवार को नामांकन होगा।
पूर्व स्पीकर होंगे नेता प्रतिपक्ष
उधर, बीजेपी ने विजय कुमार सिन्हा को नेता विपक्ष बनाया है। उन्होंने बुधवार को ही बिहार विधानसभा के स्पीकर पद से इस्तीफा दिया था। भूमिहार वर्ग के विजय सिन्हा को बिहार बीजेपी के सीनियर नेताओं में गिना जाता है। ये पिछली सरकारों में मंत्री रह चुके हैं। इस बारे में बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बताया कि विजय सिन्हा विधायक दल के नेता होंगे और सम्राट चौधरी विधान परिषद में हमारे नेता होंगे।
बीजेपी पर साधा निशाना
बिहार विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पर बहस में बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और आडवाणी जैसे नेताओं ने मुझे सम्मान दिया था। मैंने भाजपा से ताल्लुक 2013 में तब खत्म किया, जब इन नेताओं को किनारे लगाया जाने लगा था। नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने बीजेपी को विधानसभा चुनाव जिताया। इनका बहुत सम्मान किया। मेरे साथियों ने कहा था कि कुछ गड़बड़ है, लेकिन मैंने किसी का भरोसा नहीं किया। फिर भी बीजेपी ने जेडीयू को तोड़ने की कोशिश की। नीतीश कुमार ने अपने भाषण में पीएम नरेंद्र मोदी पर सीधे निशाना साधा। नीतीश कुमार ने कहा कि आज दिल्ली में लोग प्रचार-प्रसार में ही व्यस्त हैं। गठबंधन बदलने पर नीतीश कुमार ने कहा कि ये लोग हमारी पार्टी का नाश करने में लग गए तो हमारे लोगों ने कहा कि अब नहीं रहना। तब हम वापस हो गए। अब मजबूती से काम होगा। बिहार विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधा। आरसीपी सिंह के बहाने बीजेपी पर निशाना साधते हुए सीएम ने कहा कि बीजेपी ने जेडीयू को तोड़ने की कोशिश की। उन्होंने इस दौरान 2024 का प्लान भी पेश किया और कहा कि एकजुट विपक्ष ही पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती देगा।