नीतिश का पीके पर हमला, शायद वे भाजपा की मदद करना चाहते हो
पटना । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों 2024 के मिशन में जुटे हुए हैं। दिल्ली पहुंचकर नीतिश लगातार राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, शरद पवार सहित विपक्षी दलों के नेताओं से मिल रहे हैं। वहीं राजनीतिक विश्लेषक और पूर्व जेडीयू के नेता प्रशांत किशोर पर नीतीश कुमार ने निशाना साधा है। नीतीश ने कहा कि हम मुख्य मोर्चा बनना चाहते हैं, तीसरा मोर्चा नहीं। नीतिश ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेश से लौटने के बाद मैं उनसे भी मुलाकात करुंगा, सोनिया चिकित्सा जांच के लिए विदेश दौरे पर गई हैं।
नीतीश ने उस समय में भाजपा से नाता तोड़ लिया है, जब प्रतिद्वंद्वी दल 2024 के राष्ट्रीय चुनावों से पहले एक संयुक्त मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। नीतीश ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अन्य राजनीतिक दलों के साथ काम करना उनका व्यवसाय है। उन्हें बिहार में जो कुछ करना है, उससे हमें कोई सरोकार नहीं है। क्या वहां एबीसी जानते हैं, जो 2005 के बाद से किया गया है? नीतिश ने पीके को प्रचार विशेषज्ञ कहकर कहा वह जो भी बयान दे रहे हैं... हो सकता है कि वह भाजपा के साथ रहना चाहते हों। हो सकता है, वह उनकी मदद करना चाहता हो।
किशोर को 2020 में जद (यू) से बर्खास्त कर दिया गया था। कुछ महीने पहले उन्होंने घोषणा की कि वह मुख्य रूप से बिहार पर ध्यान केंद्रित करने वाले है। लेकिन चुनावी रणनीतिकार जिन्हें हाल के वर्षों में देश की कुछ सबसे बड़ी चुनावी जीत का श्रेय दिया गया है,वहां कांग्रेस और यहां तक कि बिहार में नीतीश कुमार सरकार की आलोचना में मुखर रहे हैं। महागठबंधन की सरकार बनने के बाद बीजेपी लगातार सीएम नीतीश पर हमलावर है। भाजपा से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी के बयानों पर उन्होंने कहा कि मेरा खिलाफ अनाप शनाप बोलने पर हो सकता है उनकी पार्टी उन्हें कोई जगह दे दे।