नगर निगम की परिषद दल की बैठक स्थगित हुई
भोपाल: आज भोपाल नगर निगम परिषद द्वारा आयोजित बैठक में नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता आसिफ जकी एवं कांग्रेस पार्षद द्वारा जलदर एवं संपत्तिकर को लेकर जमकर हंगामा किया गया | जोन समिति को लेकर बुलाई गई नई नगर परिषद की पहली बैठक हंगामेदार रही। इसमें जोन समिति वार्डों के मनमानी तरीके से बंटवारे और जनहित का ध्यान नहीं रखने पर कांग्रेस पारर्षद दल ने विरोध जताया। साथ एजेंडे में जनता के मुद्दों को शामिल नहीं करने पर कांग्रेस पार्षदों ने निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी को घेरा। ‘बढ़े हुए टैक्स वापस लो’ स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर कांग्रेस पार्षदों ने निगम परिषद की पहली बैठक का विरोध जताया। दरअसल मंगलवार को नगर निगम मुख्यालय में जोन समितियों के बंटवारे और विस्तार को लेकर चर्चा करने के लिए निगम परिषद की पहली बैठक बुलाई गई थी। लेकिन एजेंडे में सड़क, पानी, साफ-सफाई जैसे जनहित से जुड़े मुद्दों को शामिल नहीं किया गया था। साथ ही कोराना काल के बाद निगम द्वारा चुपचाप बढ़ाए गए संपित्तकर, जलकर, ठोस अपषिष्ठ प्रभार और कामर्शिलय लायसेंस शुल्क से भी शहरवासी परेशान हैं। कांग्रेस पार्षदों का कहना था कि जनता वैसे भी बढ़ी हुई मंहगाई से त्रस्त है। परिषद में जनहित को ध्यान में रखकर बढ़े हुए करों पर चर्चा करनी चाहिए। लेकिन एजेंडे में शामिल नहीं होने के बावजूद कांग्रेस पार्षद दल ने तख्तियों में बढ़े हुए करों को वापस लो जैसे स्लोगन लिखकर जनता को राहत पहुंचाने की मांग की। लेकिन इस चर्चा नहीं होने से नाराज कांग्रेस पार्षद नगर निगम अध्यक्ष की कुर्सी के पास पहुंच गए। कांग्रेसियों का हंगामा देखकर भाजपा पार्षद भी किशन सूर्यवंशी के कुर्सी के पास जाकर नारेबाजी करने लगे। हंगामा बढ़ता देख अध्यक्ष कुर्सी से उठकर चले गए और फिर कुछ देर बाद ही सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी गई।
नवनियुक्त प्रतिनिधियाें का किया गया स्वागत
बतादें कि शपथ ग्रहण समारोह के पूरे एक महिने बाद शुरू हुई सदन की मीटिंग की शुरुआत में राष्ट्रगान गाया गया। इसके बाद अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने सदन की कार्रवाई की शुरुआत की। उन्होंने, महापौर, एमआईसी मेंबर, नेता प्रतिपक्ष, निगमायुक्त समेत पार्षदों, अधिकारी-कर्मचारियों का सदन में स्वागत किया। महापौर और पार्षदों की शपथ के ठीक एक महीने बाद 6 सितंबर को भोपाल नगर निगम परिषद की पहली मीटिंग हो रही है। महापौर मालती राय, निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी बैठक में मौजूद रहे। पूर्व अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान भी बैठक में शामिल हुए। वही नेता प्रतिपक्ष शाबिस्ता जकी ने ज़ोन समितियों के गठन का विरोध करते हुए कहा कि बिना नियम एमआईसी में पास कर एजेंडा लाया गया, इसे लेकर भी बैठक शुरू होते ही कांग्रेस पार्षदों ने परिषद में हंगामा किया। फिलहाल हंगामे के बाद निगम में सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी गई।