लालू-नीतीश ने अपने हिसाब से अनंत सिंह का यूज किया
पटना । बिहार के बाहुबली नेता अनंत सिंह को राजनीति के माहिर खिलाड़ी लालू यादव और नीतीश कुमार से डील करने का एक्सपीरियंस है। दोनों ही नेताओं को अनंत सिंह ने अपने हिसाब से इस्तेमाल किया है। या यूं कहें कि लालू-नीतीश ने भी अपने हिसाब से अनंत सिंह का यूज किया है। अब अनंत सिंह भी खुद को कम्फर्टेबल महसूस करते हैं। मोकामा उपचुनाव में उनकी पत्नी नीलम देवी ने आरजेडी के टिकट पर चुनाव जीती थी मगर मौका मिलते ही जेडीयू के साथ हो गयीं। वहीं बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव से अनंत सिंह काफी नाराज दिखे। मीडिया से बातचीत में अनंत सिंह ने कहा कि लालू जी तेजस्वी जी के सरकार में बिहार में कुछ नहीं बचा था। एक बच्चा भी पढ़ने जाता था तो उसके माता-पिता को चिंता लगी रहती थी। खेत किसी का और ट्रैक्टर चला कर कोई और जोत-बो देता था। मोकामा टाल के मंसूरी-खेसारी को काटकर कोलकाता में बेच देता था। आज कोई किसी का पौधा नहीं उखाड़ता है। मतलब चोरी नहीं होती है।
वहीं तेजस्वी ने कहा कि जब सरकार में थे तो कहां थे? आज खूब बोल रहे हैं। सरकार थी तो विदेश के दौरे पर रहे। जब समय खराब होता है तो आते हैं जब समय बढ़िया रहा है तो जनता से कहते थे कि हम शाम को मिलेंगे। तो क्या पटना में होटल है। पटना में गरीब लोग ट्रेन से जाते हैं और शाम को लौटते हैं तो वो बोले की शाम को मिलेंगे। सरकार बनी तो इनको इतना घमंड आ गया। हालांकि लालू यादव को लेकर अनंत सिंह सॉफ्ट दिखे। उन्होंने कहा कि जो भी बचा है लालू जी की वजह से ही बचा है। लालू यादव बढ़िया आदमी हैं और उनके सामने बेटा कुछ नहीं है। बेटे की कहानी खत्म है। हम एमएलए बने तो उनकी पार्टी ने आजतक एक फ्लैट नहीं दिया है। जब हमको एके 47 मामले में फंसाया गया तो उन्होंने कुछ नहीं बोला। हालांकि अनंत सिंह को यकीन है कि अगर लालू जी होते तो जरूर उनके फेवर में खड़े होते। उन्होंने कहा कि उनके बेटे (तेजस्वी यादव) को बहुत घमंड है जितना नहीं होना चाहिए उतने घमंडी हैं। बड़ा वोट बैंक उनके पास है तो एमपी का चुनाव लड़कर देख लेते विधायकी लड़ने में उनका पैर कांपता है। लालू यादव खत्म हो जाएंगे तो पार्टी भी खत्म हो जाएगी। सब आपस में लड़ने लगेंगे। कोई भी तेजस्वी को नहीं मानेगा।