सौरव गांगुली भारतीय टीम के महान कप्तान में से एक हैं, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में अहम योगदान दिया है। गांगुली के नाम क्रिकेट के इतिहास में कई बड़े रिकॉर्ड्स हैं। लॉर्ड्स की बालकनी में ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ को चिढ़ाना हो या आईसीसी नाक्आउट ट्रॉफी में भारत की कप्तानी और पाकिस्तान के खिलाफ चार मैचों में मैन ऑफ द मैच बनना समेत कई शामिल हैं। इसके साथ ही भारतीय टीम के पूर्व कप्तान का नाम कई विवादों से भी जुड़ा है। कोच ग्रेग चैपल समेत विराट कोहली संग गांगुली के विवाद ने मीडिया हाउस को काफी टीआरपी दी है। आज गांगुली के 51वें जन्मदिन पर हम आपको दादा से जुड़ी कुछ खास कान्ट्रोवर्सी भी बताएंगे। 

दादा और कोहली का झगड़ा-

भारतीय टीम के दो पूर्व कप्तानों के बीच झगड़ा काफी पुराना है। हालांकि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के बाद भी गांगुली ने विराट की कप्तानी को लेकर कई बातों का खुलासा किया। दरअसल बात यह थी कि गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष थे और विराट कोहली भारतीय टीम के कप्तान थे। 2021 में विराट कोहली खराब फॉर्म से जूझ रहे थे। आईसीसी टूर्नामेंट्स में उन्होंने टीम इंडिया को नॉकआउट मुकाबलों तक पहुंचाया, लेकिन टीम जीत हासिल करने में नाकामयाब रही। ऐसे में गांगुली ने कोहली से वनडे टीम की कप्तानी छीन ली और बाद में कोहली ने धीरे-धीरे तीनों फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ दी।

दादा और ग्रेग चैपल का झगड़ा

बात है लगभग 2005-6 की है। दादा और ग्रेग चैपल के बीच के विवाद को भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े विवादों में से एक माना जाता है। चैपल को कोच बनाने में गांगुली ने अहम भूमिका निभाई थी और बाद में दोनों बड़े दुश्मन बन गए। चैपल ने गांगुली को टीम पर ध्यान देने के लिए कप्तानी छोड़ने का सुझाव दिया था और गांगुली को यह बात पसंद नहीं आई। ऐसे में गांगुली ने प्रेस में कह दिया कि चैपल ने उन्हें कप्तानी छोड़ने को कहा है। दोनों के बीच लंबे समय तक झगड़ा चलता रहा और मीडिया में कई बातें सामने आई, लेकिन अंत में दादा को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था। हालांकि गांगुली ने जोहान्सबर्ग में पचास से अधिक रन बनाकर टीम में अपनी वापसी का रास्ता बनाया। 

मुश्किलों से निकालकर लहराया भारत का परचम

पाकिस्तान के खिलाफ 4 बार मैन ऑफ द मैच रहे-1997 में पाकिस्तान के खिलाफ लगातार चार मैचों में मैन ऑफ द मैच रहे। 1999 विश्व कप में गांगुली ने श्रीलंका के खिलाफ 183 रनों की बेहतरीन पारी खेली और राहुल द्रविड़  के साथ मिलकर 318 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की। इसके बाद 2000 में भारतीय टीम मैच फिक्सिंग के आरोप में फंसी हुई थी। इसके बाद गांगुली को भारतीय टीम का कप्तान नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने खिलाड़ियों के बीच प्रतिभाओं को पहचान कर उन्हें तैयार करना शुरू किया।

सचिन के बाद सबसे ज्यादा रन और शतक-

गांगुली एक साल में टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा रन और शतक लगाने वाले सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे बल्लेबाज हैं। विश्व स्तर भी यह रिकॉर्ड तेंदुलकर के नाम ही है, जिन्होंने 1998 में एक साल में वनडे फॉर्मेट में 9 शतक और 1894 रन बनाए थे यह किसी भी बल्लेबाज द्वारा एक साल में बनाए गए सबसे ज्यादा रन हैं। इसके बाद गांगुली के नाम वर्ष 1999 में 1767 और 2000 में 7 शतक हैं, लेकिन साथ ही शतक लगाने में बराबरी पर डीए वार्नर और आरजी शर्मा का नाम भी हैं।