जयपुर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर आई एम शक्ति उड़ान योजना की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ‘आई एम शक्ति उड़ान योजना’ प्रदेश में महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण योजना है। यह प्रदेश सरकार द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे प्रदेश की महिलाओं और किशोरियों के जीवन में व्यापक स्तर पर बदलाव आ रहा है। 
उन्होंने कहा कि योजना से अधिक से अधिक किशोरियों एवं महिलाओं को लाभान्वित करने के लिए व्यापक स्तर पर इसके बारे में जागरूकता फैलाई जानी चाहिए। इस कार्य में स्वयं सहायता समूहों एवं स्वयं सेवी संगठनों का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को सेनेटरी नैपकिन के वितरण की प्रक्रिया में समयबद्ध आपूर्ति व गुणवत्ता सुनिश्चित करने के दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु अधिक से अधिक महिला पंच, सरपंच एवं प्रधान को योजना से जोड़ा जाए। योजना से जुडे कार्मिकों का प्रशिक्षण व आमुखीकरण लगातार आयोजित हो ताकि वे पूरी संवेदनशीलता के साथ योजना के क्रियान्वयन में अपनी भूमिका निभा सकें। बैठक में बताया गया कि माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन के बारे में आमजन को जागरूक करने एवं महिलाओं व किशोरियों को नि:शुल्क सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने के लिए उड़ान योजना लाई गई है। इसके द्वितीय चरण में लगभग 1 लाख वितरण केन्द्रों के द्वारा 10-45 आयुवर्ग की 1.45 करोड़ महिलाओं व किशोरियों को नि:शुल्क सेनेटरी नैपकिन देने का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। अब तक 1 करोड़ से अधिक महिलाओं व किशोरियों को उड़ान योजना के तहत नि:शुल्क सेनेटरी नैपकिन पैकेट दिए जा चुके हैं। उड़ान योजना के अंतर्गत अब तक लगभग 500 करोड़ रूपए का बजट आवंटित किया जा चुका है। विद्यालयों, बालिका छात्रावासों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से सेनेटरी नैपकिन का वितरण किया जा रहा है। वितरण प्रक्रिया के प्रभावी निरीक्षण हेतु ई-औषधी एवं शाला दर्पण पोर्टल जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग किया जा रहा है।  महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती ममता भूपेश ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली किशोरियों और महिलाओं को इस योजना से लाभान्वित करने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से सेनेटरी नैपकिन का वितरण शुरू किया गया है। बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा, मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा विभाग पवन कुमार गोयल, शासन सचिव उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग भवानी सिंह देथा, शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग डॉ. पृथ्वीराज, शासन सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग दिनेश कुमार यादव व प्रबन्ध निदेशक आर.एम.एस.सी.एल. श्रीमती अनुपमा जोरवाल सहित विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।