जयपुर। प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा एवं अध्यक्ष डिस्कॉम्स भास्कर.ए.सावंत ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सौर कृषि आजीविका योजना के पोर्टल के षुभारम्भ के बाद अब तक हुई प्रगति की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में जयपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेषक अजीत कुमार सक्सैना, अजमेर डिस्कॉम के प्रबंध निदेषक एन. एस. निर्वाण, जोधपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेषक प्रमोद टांक और तीनों डिस्कॉम के मुख्य अभियन्ता एवं अधीक्षण अभियन्ता उपस्थित रहे।गौरतलब है कि ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने 17 अक्टूबर, 2022 को सौर कृषि आजीविका योजना के पोर्टल का शुभारंभ किया था। यह पोर्टल किसानों एवं विकासकर्ताओं को किसानों की बंजर/अनुपयोगी भूमि पर सौर ऊर्जा संयत्रों की स्थापना में मदद करेगा।
प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा एवं अध्यक्ष डिस्कॉम्स भास्कर.ए.सावंत ने सर्किलवार अधीक्षण अभियन्ताओं से योजना की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देष दिए कि इस योजना का प्रदेश के किसानों को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए सभी अभियन्ता समन्वय से कार्य करते हुए विषेष प्रयास करें। इस योजना के तहत स्थापित होने वाले सौर ऊर्जा संयत्रों से सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि इनसे उत्पादित होने वाली बिजली आस-पास के क्षेत्र के किसानों को ही मिलेगी और उनको दिन के समय कृषि कार्य के लिए पर्याप्त बिजली उपलब्ध हो सकेगी।समीक्षा बैठक में बताया कि योजना के षुभारम्भ के बाद किसानों एवं विकासकर्ताओं का अच्छा रेस्पान्स मिल रहा है और अब तक 34621 से अधिक लोगों ने योजना के पोर्टल को विजिट किया है। योजना के तहत 7217 किसानों ने अपनी बंजर/अनुपयोगी भूमि पर सौर ऊर्जा संयत्रों की स्थापना के लिए एसकेएवाई पोर्टल पर पंजीकरण कराया हैं। इसके साथ ही 753 सौर ऊर्जा संयत्रों के विकासकर्ताओं ने भी पोर्टल पर पंजीकरण करवाया है। 14 किसानों व 14 विकासकर्ताओं ने निर्धारित फीस भी जमा करवाई है। सावंत ने बताया कि किसानों व विकासकर्ताओं को योजना के बारे में जानकारी प्रदान के लिए शीघ्र ही डिस्कॉम स्तर पर डेडीकेटेड हेल्प डेस्क की स्थापना की जाएगी।