हजारीबाग के हुरहुरु में संचालित प्लेसमेंट एजेंसी जेके इंटरप्राइजेज पर विदेश में नौकरी के नाम पर लाखों रुपये ठगी करने का आरोप लगा है। आरोप लगने के बाद से एजेंसी के कार्यालय में ताला बंद है और ठगे गए लोग सिर पीट रहे हैं।

विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी का पर्दाफाश तब हुआ, जब ओडिशा के पांच लोग टर्की जाने के लिए रांची एयरपोर्ट पहुंचे। जांच में उनका टिकट फर्जी निकला। जब जांच हुई तो वीजा भी फर्जी पाया गया। इसके बाद लोगों के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगीं।

किसी तरह रांची एयरपोर्ट से वापस लौटने के बाद ठगी के शिकार लोग गुरुवार को हजारीबाग कार्यालय पहुंचे, जहां देखा तो कार्यालय में ताला बंद था।

जानकारी के अनुसार, विदेश में नौकरी और मोटी सैलरी के नाम पर एजेंसी ने झारखंड, बिहार, ओडिशा, बंगाल के कई लोगों को ठग लिया है। एजेंसी का कार्यालय हजारीबाग के हुरहुरु स्थित कलावंती कॉम्प्लेक्स परिसर में संचालित था।

योजना के साथ ठगी को दिया अंजाम

दरअसल, ठगों ने पूरी योजना के तहत लोगों से ठगी की। पहले कंपनी द्वारा इंटरनेट मीडिया पर जेके इंटरप्राइजेज कंपनी के नाम से विज्ञप्ति जारी की। इसमें बताया गया कि विदेश में नौकरी पानेवाले इच्छुक संपर्क करे।

इस विज्ञप्ति को देखकर कई लोगों ने उनसे संपर्क स्थापित कर हजारीबाग स्थित कार्यालय पहुंचे। जहां से तुर्की, उज्बेकिस्तान तथा अन्य कई देशों में नौकरी के नाम पर भेजने की बात कही गई। इसके एवज में प्रत्येक अभ्यर्थियों से लाखों रुपये लिए गए।

ओडिशा से आए सैयद अब्दुल कादिर ने बताया कि उनके परिवार से पांच लोगों को तुर्की भेजने के लिए मोटी रकम ली गई। यह भी कहा गया कि टिकट मिलने के बाद पैसा एकाउंट में ट्रांसफर करना है। टिकट जब उन्हें दिया गया तो पीड़ित परिवार ने पैसा भी बैंक में ट्रांसफर कर दिया।

जब वे एयरपोर्ट गए तो वह टिकट ही फर्जी पाया गया। इस तरह की कई शिकायतें सामने आईं हैं। इसके बाद लोगों को ठगी का अहसास हुआ।

ऑफिस में लटका ताला, फोन नंबर भी बंद

बहरहाल, जेके इंटरप्राइजेज के ऑफिस में ताला लगा हुआ है। बोर्ड में दिए गए नंबर बंद है। ठगे गए लोगों ने बताया कि कंपनी की ओर से साइट से विज्ञापन भी हटा लिया गया है। ठगी करने का आरोप रवि, प्रमोद और अब्दुल कलाम पर लगा है।