जमशेदपुर वन प्रमंडल के तहत चाकुलिया, घाटशिला के अलावा बंगाल बाॅर्डर से लगे कई इलाकों में लगातार हाथियों द्वारा जान-माल की क्षति हो रही है। हाथियों से होने वाले क्षति से बचाव के लिए जमशेदपुर वन प्रमंडल की ओर से शहर में हाथी काॅल सेंटर बनाया है।

कॉल सेंटर से मिलेगी ग्रामीणों को खूब मदद

उस काॅल सेंटर के टोल फ्री नंबर पर काॅल कर लोग गांव या आसपास हाथियों के आने की सूचना दे सकेंगे। काॅल सेंटर में बैठे वनकर्मी द्वारा संबंधित क्षेत्र के वनकर्मी को तत्काल जानकारी दी जाएगी। सूचना मिलते ही समय पर वनकर्मी हाथी से बचाव के लिए पहुंच जाएंगे। जानकारी देते हुए जमशेदपुर वन प्रमंडल पदाधिकारी ममता प्रियदर्शी ने बताया कि जिले में आए दिन हाथियों से होने वाले जानमाल के नुकसान से ग्रामीणों के साथ ही वन विभाग के कर्मचारी तक परेशान हो रहे हैं। गांव के लोगों के पास बीट में तैनात वनकर्मियों को समय पर सूचना नहीं देने के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।

टोल फ्री नंबर से हाथियों की गतिविधि पर ग्रामीण देंगे जानकारी

समय पर वनकर्मियों के नहीं पहुंचने के कारण ग्रामीणों को सहायता नहीं मिल पा रही है। इसी समस्या को दूर करने के लिए वन विभाग ने एक हाथी काॅल सेंटर बनाया। काॅल सेंटर के लिए बकायदा एक टोल फ्री नंबर 18003456486 जारी किया गया। टोल फ्री नंबर पर काॅल कर हाथी के आने पर कंट्रोल रूम में उसकी जानकारी देंगे। जानकारी आने के बाद सेंटर में मौजूद वनकर्मी क्षेत्र के वनकर्मी को मामले की जानकारी देकर वहां हाथी के आने की जानकारी देंगे। टोल फ्री नंबर आम जनता के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। इसके लिए जमशेदपुर वन प्रमंडल के सभी रेंजर, बीट गार्ड समेत सभी वनकर्मियों को कहा गया कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में ग्रामीणों को टोल फ्री नंबर की जानकारी देंगे। टोल फ्री नंबर की जानकारी होने पर लोग इसका उपयोग भी करेंगे और प्रचार प्रसार भी होगा- ममता प्रियदर्शी, डीएफओ, जमशेदपुर वन प्रमंडल।

काॅल करने वाले का नाम व नंबर होगा नोट

मानगो सह चाकुलिया के रेंजर दिग्विजय सिंह ने बताया कि काॅल सेंटर के टोल फ्री नंबर पर काॅल करने वाले लोगों का नाम, पता के साथ उनका मोबाइल नंबर नोट किया जाएगा। एक घंटा बाद उसी नंबर पर काॅल करके जानकारी लिया जाएगा कि उनके द्वारा मांगी गई सहायता मिली या नहीं मिली। संबंधित क्षेत्र में जो हाथी था, वह वहां से गया कि नहीं।