राजसमंद. अजमेर-भीलवाड़ा (Ajmer-Bhilwara) सिक्सलेन पर हुए सड़क हादसे एक महिला सहित 4 लोगों की मौत हो गई. जयपुर में 10 दिन तक पिता का इलाज कराकर उनको तो स्वस्थ कर दिया, लेकिन घर लौट रहे युवक की मां-बाप (Mother-Father) के साथ मौत हो गई. नौ दिन पहले ही उसकी पत्नी ने बेटी (Daughter) को जन्म दिया था, लेकिन पिता और दादा-दादी मासूम का मुंह तक नहीं देख पाए. उनकी कार और ट्रक में आमने-सामने की भिड़ंत (Accident) हो गई. इस दर्दनाक हादसे से पूरा गांव गमगीन हो गया. किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला. दुकानें बंद रहीं. एक ही घर से एक साथ तीन अर्थियां उठीं तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया.यह मामला राजसमंद के रेलमगरा स्थित अमरपुरा गांव का है. देर रात भीलवाड़ा जिले के थाना रायला क्षेत्र में अजमेर हाईवे पर कार और ट्रक की टक्कर हो गई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. भीलवाड़ा की तरफ जा रहे ट्रक और जयपुर की तरफ से आ रही कार के बीच भीषण टक्कर हुई. हादसे में सभी लोग कार के अंदर ही फंस गए और दम तोड़ दिया. हादसे में कार सवार अमरपुरा निवासी प्रताप गाडरी (60), पत्नी सोहनी ( 55 ), बेटे देवीलाल गाडरी (23) और रिश्तेदार राजपुरा निवासी देवीलाल (62) की मौके पर ही मौत हो गई.

9 दिन पहले जन्मी बेटी का चेहरा नहीं देख पाए
ग्रामीणों के मुताबिक, प्रताप गाडरी के पैर में घाव हो गया था. दस दिन पहले उनकी पत्नी-बेटे और एक अन्य रिश्तेदार के साथ इलाज करवाने जयपुर गए थे. जयपुर में ऑपरेशन के बाद गांव लौटते समय हादसा हो गया और सभी की मौत हो गई. ग्रामीणों ने बताया कि देवीलाल गाडरी के घर 9 दिन पहले बेटी हुई थी. 10 दिनों से जयपुर में अपने माता-पिता के साथ था. वह अपनी बेटी का मुंह तक नहीं देख सका.