जयपुर । महिला स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सुरक्षा जैसे विषयों पर जागरूकता हेतु समग्र शिक्षा के तत्वाधान में शिक्षकों तथा संस्था-प्रधानों हेतु दो दिवसीय आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला का उद्धघाटन करते हुए समग्र शिक्षा की अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक श्रीमती शीलावती मीणा ने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन जैसे बालिका स्वास्थ्य से जुड़े विषयों पर समाज में जागरूकता लाने तथा एक स्वस्थ व प्रभावी संवाद स्थापित करने में सहायता मिलेगी। 
इस अवसर पर समग्र शिक्षा की उपायुक्त सुश्री देवयानी ने कहा विभिन्न स्तरों पर प्रभावी कार्य करके ही समाज में लैंगिक समानता लाई जा सकती है जिसमें विद्यालय के स्तर पर कार्य करना सबसे महत्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में कार्य करने वाली महिलाएं एक समान सम्मान की अधिकारी है। इस अवसर पर यूनिसेफ संस्था की ओर से जुड़े प्रतिनिधियों ने लैंगिक समानता, माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन, महिला सुरक्षा एवं महिला शिक्षा जैसे विषयों पर अपने विचार रखे। यूनिसेफ विशेषज्ञ मंजरी पंत ने कहा एक समतामूलक समाज के निर्माण हेतु नारी और पुरुष दोनों को साथ लेकर चलना चलना आवश्यक है। विद्यालयों के माध्यम से सेनिट्री पैड्स के प्रभावी वितरण व समाज में जागरूकता लाकर ही ग्रामीण क्षेत्रों की बालिकाओं के स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है।