नई दिल्ली । देश में स्टार्टअप्स का चलन तेजी से बढ़ रहा है। युवाओं के बीच में अपने कारोबार करने को लेकर रुझान बढ़ता जा रहा है। हालांकि इस बीच एक खबर है कि देश में यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स की संख्या घट गई है। अब देश में यूनीकॉर्न स्टार्टअप्स घटकर 67 रह गए है। बीते 4 सालों में पहली बार ऐसा हुआ है, जब यूनिकॉर्न की संख्या में कमी आई है। वे स्टार्टअप्स जिनका वैल्यूएशन 1 अरब डॉलर से अधिक होता है, उन्हें यूनिकॉर्न कहा जाता है। हालांकि भले ही देश में यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स की संख्या घटी है, लेकिन रिपोर्ट में एक पॉजिटिव आकंड़ा भी है, इस आंकड़े के अनुसार पूरी दुनिया में भारत अब भी यूनिकॉर्न का तीसरा सबसे बड़ा केंद्र है। 
रिपोर्ट में एडटेक स्टार्टअप बायजू को लेकर खबर है, बायजू अब यूनिकॉर्न नहीं रहा है, बायजू की वैल्यूएशन में आई कमी के कारण यूनिकॉर्न कैटेगरी से बाहर हो गया है। एक साल में ही बायजू की वैल्यूएशन में काफी गिरावट हुई है, एक साल पहले इसका वैल्यूएशन जहां 22 अरब डॉलर से भी ज्याजा था वहां अब 1 अरब डॉलर से भी कम हो चुका है।
रिपोर्ट पर नजर भारत के सबसे बड़े यूनीकॉर्न में स्विगी और फैंटेसी गेमिंग फर्म ड्रीम 11 का नाम पहले है। इन दोनों की वैल्यूएशन 8-8 अरब डॉलर है। इनके बाद 7.5 अरब डॉलर की वैल्यूएशन के साथ रोजरपै है।