मध्य प्रदेश का खरगोन शहर, जिसे नवग्रह की नगरी के नाम से भी जाना जाता है. शहर की जीवन दायिनी कुंदा नदी के तट पर विश्व का एकमात्र नवग्रह मंदिर है. मकर संक्रांति पर यहां बड़ा उत्सव मनाया जाता है. सूर्य की पहली किरण मंदिर के गर्भगृह में पड़ती है और यही वजह है कि खरगोन अपना गौरव दिवस मकर सक्रांति को मनाएगा.

बता दें की पहली बार खरगोन अपना गौरव दिवस 9 दिनों तक (14 जनवरी से 22 जनवरी 2024) मनाएगा. नौ दिनों में कई आयोजन होंगे. मकर सक्रांति के दिन विश्व प्रसिद्ध गंगा की तर्ज पर कुंदा की आरती और 2 लाख से ज्यादा दीप शहर वासियों द्वारा नदी में प्रवाहित किए जाएंगे. सांस्कृतिक कार्यक्रम में निमाड़ की लोक कलाओं की प्रस्तुति होगी. हर प्रशासनिक विभागीय भवन सहित पूरा शहर दुल्हन की तरह सजेगा.
तैयारियों में जुटा अमला
नगर पालिका सीएमओ आरएम निगवाल ने कहा कि  शहर वासियों के सुझाव पर इस वर्ष गौरव दिवस 9 दिनों तक मनाएंगे. तैयारियों को लेकर नगर पालिका अमला पूरी तरह जुटा हुआ है. कुंदा नदी की सफाई के साथ ही गाद निकाली जा रही है, ताकि आरती और दीपदान में सुविधा हो सके. शुक्रवार से पोकलेन मशीन से गाद निकालने का कार्य किया जा रहा है.
हर घर जलेंगे दीप
इसी के साथ शहर भर में वॉलपेटिंग और रंगाई-पुताई कर सौंदरीकरण किया जा रहा है. 15 जनवरी को मकर सक्रांति और गौरव दिवस के दिन सभी विभागीय कार्यालय पर आकर्षक विद्युत सज्जा की जाएगी. शहर के हर घर दीप जलाकर महोत्सव के रूप में शहर का गौरव दिवस मनाएंगे. महिलाओं द्वारा सामूहिक रूप से हल्की-कुमकुम कार्यक्रम भी इसी दिन होगा.

यह भी होंगे आयोजन
सीएमओ निगवाल ने बताया कि नौ दिनों तक अलग-अलग आयोजन होना है. इसमें सांस्कृतिक आयोजन, शहर को गौरवान्वित करने वाले विभिन्न विधाओं के प्रतिभावनों का सम्मान, रहवासियों द्वारा हर दिन कुंदा की आरती और दीपदान, रंगोली महोत्सव, खेलकूद गतिविधियां एवं 22 जनवरी को आखरी दिन अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होना है, इस दिन को दिवाली की तरह शहर वासियों द्वारा मनाया जाएगा. आयोजनों के लिए समितियों का गठन किया है.