झाबुआ, भारत की स्वतंत्रता के बाद 75 वर्षों में नरेन्द्र मोदी ही ऐसे प्रधान मंत्री हुए हैं, जिन्होंने देश देश का गौरव आसमानी बुलंदियों तक पहुंचाया। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही एक मात्र ऐसे प्रधान मंत्री हैं, जिन्होनें तिरंगे झंडे को केवल भारत  में नहीं स्थापित कर रखा, केवल विश्व पटल पर ही स्थापित नहीं किया, बल्कि इससे भी आगे बढ़कर तिरंगे झंडे को चांद पर स्थापित कर दिया। ऐसे यशस्वी प्रधानमंत्री के हाथ मजबूत करने के लिए आप सब कार्यकर्ता द्रढ़ संकल्पित होकर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों को आगामी चुनावों में भारी बहुमत से विजयी बनाने के लिए कार्य करें।

उक्त बात आज शनिवार को केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित जन आशीर्वाद यात्रा के थान्दला पहुंचने पर राठोड़ धर्म शाला में उपस्थित पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।  उक्त यात्रा आज शनिवार को जिले के थान्दला में पहुंची। जिले में कल से हो रही भारी बरसात के बावजूद यात्रा मार्ग सहित नगर के चौराहों पर सिंधिया का स्वागत करने  बड़ी संख्या में नगर के लोग पहुंचे थे। थांदला से यह यात्रा जब जिले के पेटलावद नगर में पहुंची, तो वहां भी एक तरफ  जहां यात्रा का हर्षोल्लास पूर्वक जोरदार स्वागत किया गया, वहीं कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले को नारेबाजी करते हुए काले झंडे दिखाए।
  
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रमों में राज्यसभा सदस्य सुमेर सिंह सोलंकी, प्रदेश शासन में मंत्री  तुलसीराम सिलावट,  भाजपा की प्रदेश मंत्री संगीता सोनी, भाजपा के जनजाति मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कलसिंह भाबर, क्षैत्रिय सांसद गुमानसिंह डामोर सहित बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।

थांदला  में बदले स्वरूप  में आयोजित  भाजपा कार्यकर्ताओं को बातचीत के लहजे में संबोधित करते हुए उन्होंने अपने पिता माधवराव सिंधिया का जिक्र किया ओर कहा कि इस समूचे  क्षेत्र के विकास को लेकर माधव महाराज के समय से ही आप सब से  के साथ भावनात्मक संबंध रहा है। ओर यहां पर मैं एक राजनीतिक सोच लेकर नहीं आया हूं,  बल्कि पारिवारिक रिश्तों से आपके बीच आया हूं। उन्होंने कहा कि मेरी यह सोच है कि जीवन की इस यात्रा में हम यदि किसी का दिल जीत लें तो यही बहुत बड़ी बात होगी। 
  
सिंधिया ने चुनाव के संदर्भ में कार्यकर्ताओं को पार्टी का योग्य ओर महान् सेनापति निरूपित करते हुए कहा कि शिवाजी महाराज के दो सौ किले थे, ओर उन किलों में जो गढ़ किले थे, उनके सेनापति हमारे आदिवासी समाज के भाई हुआ करते थे। मराठा साम्राज्य को जब मुगलों से, ओर अंग्रेजों से लड़ना पड़ा था, तब उन गढ़ किलों की सुरक्षा हमारे आदिवासी समाज के भाइयों ने ही की थी। थान्दला विधान सभा क्षेत्र में 300 बूथ है, ओर हमारे प्रधानमंत्री के हाथ मजबूत करने के लिए उन बूथों की सुरक्षा का काम भी आपको करना है।