जयपुर । नव संवत्सर पर करौली में हुई हिंसा के मामले में भाजपा की ओर से गठित जांच दल के सदस्य आज करौली के लिए रवाना हुए उससे पहले प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से रूबरू हुए कमेटी सदस्यों ने करौली हिंसा की घटना को सुनियोजित षडयंत्र करार दिया प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने ये तक कह दिया कि राजस्थान में इंडियन पीनल कोड नहीं बल्कि गहलोत पीनल कोड लागू है जिसके चलते अपराधी मस्त है।
राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में जिस तरह लगातार अपराध बढ़ रहे हैं उसके बाद ये तय है कि राजस्थान में इंडियन पीनल कोड नहीं बल्कि गहलोत पीनल कोड लागू हैं और अपराधी मस्त है। राठौड़ ने कहा कांग्रेस के विधायक सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट कर हड्डियां तोड़ते हैं और उनकी गिरफ्तारी नहीं होती क्योंकि यहां जीपीसी लागू है करौली में शोभायात्रा और बाइक रैली के दौरान हुई पथराव और हिंसा की घटना को भी राठौड़ ने सुनियोजित षड्यंत्र बताया। उन्होंने कहा जिस प्रकार पीएफआई के साथ राजस्थान सरकार का गठजोड़ सामने आ रहा है उससे ये साबित हो गया है कि प्रदेश सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। उप नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हिंसा के आधे घंटे बाद तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची न ही द्रोण कमरे से इस क्षेत्र का सर्वे कराया गया. शोभायात्रा और बाइक रैली से पहले यहां बने मकानों पर बड़ी संख्या में पत्थर और तलवार एकत्रित होना इस बात का सबूत है कि यह सब सोची समझी साजिश थी। गहलोत के नड्डा पर दिए बयान को आधार बनाकर राठौड़ ने कहा कि इस प्रकार के बयान मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देते मुख्यमंत्री का ये बयान हास्यास्पद भी है और गैर जिम्मेदाराना भी इस बयान से उन्होंने एक तरह से हमलावरों को क्लीन चिट दे दी है  उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का बयान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लेकर दिया है वो गैर जिम्मेदाराना है. बयान ऐसा ही है जैसा एक विमंदित व्यक्ति एक विद्वान व्यक्ति के बारे में चर्चा करे कुछ ऐसी ही चर्चा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के लिए की है।