नए मतदाताओं का शत प्रतिशत पंजीयन करें-कलेक्टर
जयपुर । विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत अधिकाधिक नए मतदाताओं के पंजीकरण एवं मतदाता सूचियों के सुधार के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने इसके लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिला प्रशासन भी जिला कलक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ताराचंद मीणा के निर्देशन में अभियान की प्रभावी क्रियान्विति में जुट गया है। जिला कलक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ताराचंद मीणा द्वारा विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए हैं। जिला कलेक्टर ने 17 वर्ष की आयु प्राप्त युवाओं एवं विशेष योग्यजन के अधिकाधिक पंजीकरण करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने जिले के स्कूल और कॉलेजों में विशेष मतदान पंजीकरण क्लस्टर कैंपों के आयोजन कर अधिकाधिक पंजीयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी बीएलओ को टारगेट को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए मीटिंग में निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारीसहायक निर्वाचन अधिकारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम-2023 के दौरान भावी मतदाताओं का पंजीयन करवाया जा रहा है। इसके तहत 1 जनवरी 2023 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चूके या पूर्ण करने वाले मतदाताओं यानि (17 प्लस भी) का पंजीयन किया जा रहा है। इसके लिए वॉटर हेल्पलाइन एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कर उस पर भी नए मतदाता अपना पंजीयन करवा सकते हैं। साथ ही वॉटर पोर्टल या एनवीएसपी पोर्टल पर जाकर भी पंजीयन करवाया जा सकता है। जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देशन में क्लस्टर एनरोलमेंट कैंप के तहत डीईओ डिप्टी डीईओ ओआईसी स्वीप ईआरओ बीअलओ द्वारा विभिन्न स्थानों पर मतदान पंजीकरण कैंप आयोगित किए जा रहे हैं। ऐसे ही विशेष योग्यजन मतदाताओं के लिए क्लस्टर एनरोलमेंट कैंप सीएसओ अथवा एनजीओ के सहयोग से अलग-अलग जगहों पर हो रहे हैं। कलेक्टर ने सभी कैंपों का प्रभावी आयोजन कर शत प्रतिशत मतदाताओं का पंजीयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। शैक्षणिक संस्थाओं के क्लब के साथ सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों द्वारा नियमित बैठक आयोजित कर उन्हें पंजीकरण की प्रक्रिया तथा इससे आवेदन संबंधित समयावधि को लेकर जागरूक किया जा रहा है। मतदाता पंजीकरण के नए ऑनलाइन तरीकों का भी गांवों में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।