22 तारीख को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के लिए अब लोगों को और इंतजार नहीं करना होगा. लंबे समय के इंतजार के बाद अब करीब 15 दिन बाद अयोध्या में राम मंदिर में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा होगी. अयोध्या में बना रहे भव्य मंदिर की तर्ज पर ही अलवर शहर के अपना घर शालीमार में भी राम मंदिर बनाया जा रहा है. अलवर शहर में बन रहे इस राम मंदिर का काम पिछले 2 साल से चल रहा है. खास बात यह है कि इस मंदिर की नींव भी उसी दिन रखी गई थी, जिस दिन अयोध्या के राम मंदिर की नींव प्रधानमंत्री मोदी द्वारा रखी गई. अलवर शहर का यह मंदिर 2 एकड़ की भूमि पर तैयार किया जा रहा है. हालांकि, अभी इस मंदिर को तैयार होने में 1 साल का समय और लगेगा. 22 तारीख को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी, तो 22 जनवरी को अलवर के राम मंदिर में भगवान राम के परम भक्त हनुमान जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस दिन मंदिर में धार्मिक आयोजन किया जाएगा.

त्रेहान डेवलपर के डायरेक्टर अशोक सैनी ने बताया कि जिस तरह अयोध्या में भव्य राम मंदिर तैयार हो रहा है, इस तरह अलवर के अपना घर शालीमार में भी राम मंदिर का निर्माण चल रहा है. जो भक्त अयोध्या नहीं पहुंच सकते वह इस मंदिर में पहुंचकर भी रामलाल के दर्शन कर सकते हैं. हमारी कोशिश है कि अलवर में बन रहे राम मंदिर को उसी मंदिर का आकार दिया जाए जिस तरह अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है. यह मंदिर दो एकड़ की भूमि पर बन रहा है. 2 साल से इस मंदिर का काम चल रहा है. आगे करीब 1 साल इस मंदिर को पूरा होने में और लगेगा. इससे पहले 22 जनवरी को अलवर के राम मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. यह मूर्ति जयपुर में तैयार हो रही है और जमीन से करीब सवा तीन फीट की ऊंचाई है.

खाटू श्याम और नव ग्रह की हो चुकी है स्थापना
अशोक सैनी ने बताया कि अलवर की राम मंदिर में 22 तारीख को हनुमान जी की मूर्ति स्थापना की जाएगी. उससे पहले इस मंदिर में खाटू श्याम जी व नवग्रह के विग्रह विराजमान किए गए हैं. जब मंदिर बनकर पूरा तैयार हो जाएगा तब भगवान राम की प्रतिमा स्थापित की जाएगी. अभी मंदिर के दीवारों पर भी जय श्री राम के चित्र लगाए जाएंगे. वही भगवान राम के जीवन से जुड़ी हुई चित्र भी इसमें अंकित किए जाएंगे. बता दे की अलवर के अपना घर शालीमार के मुख्य गेट पर भगवान राम की 70 फीट प्रतिमा विराजमान है. अशोक सैनी ने बताया कि इस मंदिर में एक ही स्थान पर अन्य देवी देवताओं के दर्शन भी हो सकेंगे. साथ ही मंदिर परिसर में आंध्र प्रदेश से बैरागी शिव की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी. अशोक सैनी ने बताया जो पत्थर अयोध्या में लग रहे हैं वही पत्थर अलवर के राम मंदिर में भी लगाए जा रहे हैं. यह पत्थर धौलपुर व करौली जिले से आ रहे हैं. इन पर नक्काशी भी वहीं से होकर आ रही है, जो कि लोगों को बहुत लुभाएगी.