उज्जैन ।  रेलवे स्टेशन से जयसिंहपुरा तक एक नया ट्रैक बिछाया जाएगा। इसके लिए गदा पुलिया क्षेत्र में रिटर्निंग वाल का काम लगभग पूरा हो गया है। वहीं नागदा एंड की ओर से करीब 200 मीटर के हिस्से को स्टेशन से कनेक्ट करने का काम भी अगले हफ्ते से शुरू हो सकता है। इसके बाद ही सात व आठ नंबर प्लेटफार्मों पर ट्रेनों का आवागमन चालू हो सकेगा।

यात्रियों का आवागमन बढ़ा

श्री महाकाल महालोक बनने के बाद उज्जैन स्टेशन पर यात्रियों का आवागमन बढ़ा है। यात्रियों की संख्या को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने रेलवे स्टेशन से लेकर गदा पुलिया के आगे जयसिंहपुरा तक नया ट्रैक डालने की योजना बनाई है। जहां जमीन के समतलीकरण के अलावा गदा पुलिया के समीप रिटर्निंग वाल का काम भी लगभग पूरा हो गया है। इससे रेल यातायात सुगम हो सकेगा।

प्लेटफार्म नंबर सात को ब्राडगेज में बदला

मीटरगेज ट्रेनों के संचालन बंद होने के बाद रेलवे ने प्लेटफार्म नंबर सात को ब्राडगेज में बदल दिया है, इसके अलावा सालों से प्लेटफार्म नंबर आठ का उपयोग केवल स्पेशल ट्रेनों को स्टेशन पर रोकने के लिए ही किया जाता है। इन दोनों प्लेटफार्म का नवीनीकरण किया जा चुका है। जहां ट्रेनों का ठहराव नहीं हो रहा है।

ये काम होना हैं अभी

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि नागदा एंड की ओर दोनों प्लेटफार्म को पटरियों से नहीं जोड़ा था। इससे इन प्लेटफार्म पर ट्रेनों को नहीं रोका जा रहा था। 200 मीटर के हिस्से में पटरियों को बिछाने के अलावा इलेक्ट्रिफिकेशन, सिग्नलिंग के अलावा अन्य छोटे-छोटे काम किए जाना है।

एक पखवाड़े का समय लगेगा

इसके बाद ही इन प्लेटफार्म का उपयोग किया जा सकेगा। इन कामों को पूरा करने के लिए 12 से 15 दिन का समय लगेगा। ब्लाक लेने के साथ ही ट्रेनों का संचालन पूर्व की तरह मैनुअल तरीके से होगा। अधिकारियों का कहना है कि अगले हफ्ते से 200 मीटर के हिस्से को लिंक करने का काम शुरू हो सकता है।

दो साल से तैयार नया कंट्रोल टावर भवन

रेलवे ने प्लेटफार्म नंबर आठ के पीछे नया कंट्रोल टावर भवन बनाया है। वर्तमान में कंट्रोल टावर प्लेटफार्म नंबर एक पर जीआरपी थाने के समीप बना है। जहां से रेल यातायात को नियंत्रित किया जाता है। बढ़ते रेल यातायात को देखते हुए कई साल से नए कंट्रोल टावर की जरूरत थी। जिसको देखते हुए रेलवे ने नया कंट्रोल टावर दो साल पूर्व बनाया था। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि नए टावर को शुरू करने के लिए नया सेटअप लगाया जाना है। नई मशीनें तथा सभी प्लेटफार्म की कनेक्टिविटी के अलावा सिग्नल व केबलिंग का काम भी किया जाना है। प्लेटफार्म नंबर सात व आठ को नागदा एंड की ओर से कनेक्ट करने के दौरान ही नया कंट्रोल टावर भी शिफ्ट किया जाएगा।