चंडीगढ़: पंजाब पुलिस अब जेलों के अंदर ही बड़े अस्पताल बनाने की तैयारी में है। जहां पर जेलों में बंद कैदियों को सारी सेहत सुविधाएं मिलेगी। इसी कड़ी में गुरदासपुर जेल में अस्पताल बनाया जाएगा। पंजाब पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन विभाग ने इस दिशा में कदम बढ़ा दिया है। यह काम निजी कंपनियों के सहयोग से करवाया जाएगा। प्रोजेक्ट पर दो करोड़ रुपये की लागत आएगी। सब कुछ सही रहा तो फरवरी में काम शुरू जाएगा। 12 महीने में यह अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा। प्रोजेक्ट में पुलिस नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगी। इस संबंधी सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं।

राज्य की जेलों के कायाकल्प करने को लेकर सरकार काफी समय से कई प्रोजेक्टों पर काम कर रही है। इस विभाग को अब खुद मुख्यमंत्री भगवंत मान देख रहे हैं। कुछ समय पहले उन्होंने जेलों का दौरा कर सारी सुविधाओं का जायजा लिया था। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को साफ किया था कि जेलों को सुधारा जाएगा। साथ ही कैदियों को जेलों के अंदर ही सारी सुविधाएं दी जाएंगी। इसके बाद इस दिशा में काम शुरू हुआ। गुरदासपुर जेल में अस्पताल बनाने के पीछे का तर्क यह भी है कि इलाका सीमावर्ती है। साथ ही चंडीगढ़ जैसे बड़े शहर दूर हैं। जेल में गंभीर अपराधी बंद हैं। अस्पताल के लिए जगह की निशानदेही व नक्शा तैयार कर लिया गया है। ले-आउट प्लान बना लिया है।

पंजाब पुलिस ने होशियारपुर जेल में कुछ दिन पहले एक पेट्रोल पंप खोला है। यह इंडियन ऑयल कंपनी के सहयोग से खोला गया। इसमें सारा काम जेल में बंद कैदी ही करते हैं। इसी तरह लुधियाना जेल में भी खोला गया था। वहीं, सरकार की योजना है कि चंडीगढ़ पुलिस की तर्ज पर एक शोरूम खोला जाए। जहां पर कैदियों की ओर से तैयार सामान को बेचा जाए। इससे जहां लोगों को फायदा होगा, वहीं सरकार को आमदनी होगी।

26 जेलों में 30 हजार कैदी
राज्य में 26 जेल स्थापित हैं। इनमें करीब 30 हजार कैदी बंद हैं। सारी जेलों में क्षमता से ज्यादा कैदी रह रहे हैं। वहीं, अब पुलिस विभाग एक नई जेल बनाने की तैयारी में है। यह जेल नवांशहर में स्थापित की जाएगी। जेल शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थापित होगी। इसमें गैंगस्टरों और आतंकियों को रखा जाएगा। इसमें केंद्र सरकार के सहयोग से स्थापित किया जाएगा।