रांची: झारखंड के लोह नगरी जमशेदपुर में बारिश का कोहराम ऐसा देखने को मिला कि प्रशासन ने तो स्कूल बंद करने का आदेश दे दिया. यानी आज तेज बारिश, तूफान और वज्रपात को देखते हुए जमशेदपुर के सारे स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. अब आप समझ रहे होंगे की दक्षिणी जिलों में मॉनसून ने क्या तांडव मचाया होगा. डिमना नदी से लेकर स्वर्णरेखा नदी सब खतरे के निशान से ऊपर रहे.

राजधानी रांची की बात करे तो यहां उतनी बारिश नहीं हुई. बल्कि, दिन में रुक-रुककर 6 से 7 स्पेल बारिश दिखी व खूंटी का हाल तो ऐसा रहा कि पुल टूटने के बाद लोगों को लग रहा है कि वह अंडमान जैसे टापू में आ चुके हैं. साथ ही, आज भी बारिश से लोगों को कोई खास राहत नहीं मिलने वाली है. क्योंकि, दक्षिणी जिले खासकर पूर्वी व पश्चिम सिंहभूम, सरायकेला खरसावां व गुमला में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी है. वहीं, रांची, खूंटी, लोहरदगा में येलो अलर्ट.

जारी है येलो अलर्ट का सिलसिला 
पिछले 24 घंटे में बुधवार दोपहर 2:48 बजे पहला येलो अलर्ट जारी किया गया, जो की रांची रामगढ़ और खूंटी के लिए था. 4:48 बजे के करीब दूसरा येलो अलर्ट बोकारो के लिए और फिर शाम के 6 से लेकर रात के 8:00 के बीच करीब पांच ऑरेंज अलर्ट रामगढ़, जमशेदपुर, रांची, गुमला व सिमडेगा जैसे जिलों के लिए था.

यहां रिकॉर्ड तोड़ 805 मिमी बारिश
पूर्वी सिंहभूम में इस बार बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है. ऐसा पहली बार हुआ है जब जुलाई महीने में ही 805 मिमी बारिश दर्ज की गई हो. जोकि सामान्य से काफी अधिक है. अभी तक का सामान्य बारिश केवल 320 मिमी ही है. वहीं, रांची में 684 मिमी और सरायकेला खरसावां में 645 मिमी बारिश अब तक दर्ज की जा चुकी है.