राजगढ़ ।    लंबे समय बाद भी मांगे पूर्ण नहीं होने से नाराज होकर प्रांतीय आह्वान पर समस्त नर्सिंग स्टाफ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान कर दिया है। बुधवार को प्रशासन को अवगत करा दिया व गुरुवार से नर्सिंग स्टॉफ ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दी, जिससे अब स्वास्थ्य सेवाएं खराब हो सकती हैं। नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन कि उन्होंने कई वर्षों से अपनी मांगों को लेकर शासन प्रशासन से ज्ञापन व पत्राचार के माध्यम अवगत कराया जा रहा है। अधिकारियों ने कई बार बैठक कर आश्वासन दिया, लेकिन एक भी आदेश का हल आज तक नहीं हुआ। अब नर्सिंग स्टाफ ने अनिश्चित समय के लिए हड़ताल पर जाने का मन बना लिया है। इसकी सूचना बुधवार को उन्होंने कलेक्ट्रेट पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपती थी। जिले की नर्सिंग ऑफीसर मीनाक्षी कुबड़े ने बताया कि प्रदेश संघटन के आह्वान पर गुरुवार से जिले के भी सभी नर्सिंग ऑफिसर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। जिला अध्यक्ष ने जिला कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को बुधवार को ज्ञापन सौंप दिया।

हमारी अनिश्चितकालीन रहेगी जारी

शासन प्रसाशन को संदेश दिया कि हम मरीजों के सेवा करने में पीछे नहीं हैं, हमने कोरोना काल में मरीजों को अतुलनीय सेवा दी हैं, लेकिन शासन प्रशासन हमारी मांगों को नजर अंदाज कर रहा है। हम मरीजों की सेवा करना चाहते हैं, लेकिन शासन हमें हड़ताल करने को मजबूर कर रहा है। हमारा शासन से अनुरोध है कि हमारी मांगों का हल करें, वरना हमारी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी।

इनकी प्रमुख मांगें निम्न प्रकार हैं

अन्य प्रदेश की तरह मध्यप्रदेश में भी नर्सिंग ऑफिसर को ग्रेड 2 दिया जाए, नर्सिंग स्टूडेंट्स का स्टाईफण्ड 3000 से 8000 किया जाए, डॉक्टरों की तरह नर्सिंग ऑफिसर को भी रात्रिकालीन भत्ता दिया जाए, नर्सिंग ऑफीसर को 3 व 4 वेतनवृद्धि दी जाए, स्वशासी नर्सिंग ऑफिसर को 7 पे का लाभ 2016 से दिया जाए।

जिला अस्पताल में 100, जिले में 400 नर्सिंग स्टॉफ

जिलाध्यक्ष मीनाक्षी कुबड़े ने बताया कि राजगढ़ जिले में जिला अस्पताल व सिविल अस्पताल सहित कई अस्पतालों में मिलाकर करीब 400 का हमारा स्टॉफ है। जिसमें से करीब 100 नर्सिंग स्टॉफ जिला अस्पताल में ही पदस्थ हैं, बांकी का स्टॉफ नरसिंहगढ़, ब्यावरा, खिलचीपुर, जीरापुर, सारंगपुर सहित अन्य अस्पतालों में पदस्थ हैं। संगठन के आव्हान पर गुरुवार से सभी काम बंद कर देंगे।