जयपुर । करौली में बाल सम्प्रेषण एवं किशोर ग्रह से रसोई घर मे घुसकर दरवाजे को तोड़कर बाल अपचारियों के भाग जाने का निरीक्षण करने ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री रमेश चंद मीना बाल सम्प्रेषण ग्रह मे पहुंचे और मौके पर जाकर जानकारी ली। उन्होने बाल अपचारियों के फरार होने की घटना के संबंध मे अधिकारियो को मौके पर ही निर्देश दिये कि बाल सम्प्रेषण ग्रह के कार्मिक एवं अधिकारी इस मामले मे शक के दायरे मे है। अधिकारियों से कहा कि बाहर का ताला लग रहा है और अंदर का नही लग रहा है। 25 व्यक्तियों का स्टॉफ होने के बाद भी इतनी बड़ी लापरवाही, यह मिलीभगत ही दिखती है। जबकि पूर्व मे बाल अपराधियों के बारे मे जानकारी जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को दी जानी चाहिए। मोबाईल पर बात कराना अपराध की श्रेणी मे आता है। जबकि बाल सम्प्रेषण ग्रह मे अपराधी प्रवृति के बच्चे ही आते है उन्हे सुधारने के लिये क्या क्या कार्य किये जा रहे है इस पर भी चर्चा की। उन्होने इसकी जांच के लिये विभाग के मंत्री श्रीमती ममता भूपेश से दूरभाष पर वार्ता कर कार्मिकों सहित इस पूरे प्रकरण की जांच कराने के लिये राज्य स्तरीय कमेटी बनाने के साथ साथ इसमे लिप्त एवं दोषी व्यक्तियों के बारे मे जानकारी मिल सके और ऐसे अधिकारी एवं कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाये।बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक कृष्णकांत सांखला के प्रति भी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बाहर से कुंदी बंद है ताला लगा हुआ है लेकिन अंदर ताला नही है।यह घोर लापरवाही का प्रतीक है।उन्होने कहा कि अपराध को संरक्षण नही दें बल्कि अपराध को रोकें। अपराधियों से महिला कार्मिक द्वारा मोबाईल पर बात कराने के कारण ही असामाजिक तत्व आये एवं उसके विरूद्ध भी एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये।  ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री ने बाल संपे्रषण ग्रह मे बंद बाल अपचारियों से जानकारी ली कि बाल अपचारी कैसे भागे साथ ही उनके खान पान एवं रहने के बारे मे भी जानकारी ली।