इंसान से लेकर पशु-पक्षियों का भीषण गर्मी में हाल बेहाल है। सोमवार को पारा 42 डिग्री के पास पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की जारी बुलेटिन में मेरठ देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। वहीं एनसीआर में मेरठ को पहला सबसे प्रदूषित शहर रिकॉर्ड किया गया। प्रदूषण का स्तर बढ़ने से आंखों में जलन व सांस लेने में दिक्कत हुई। 

हरियाणा का चरखी दादरी 332, कांचीपुरम 320 दूसरे, मेरठ 272 तीसरे स्थान पर रहा है। मेरठ का गंगानगर शहर के इलाकों में सबसे अधिक प्रदूषित रहा। यहां, एयर क्वालिटी इंडेक्स 295 दर्ज किया गया। मई में पहली बार तापमान 42 डिग्री के पास पहुंचा गया। रात का तापमान भी 25 डिग्री पर पहुंच गया। सोमवार को सुबह से ही तेज धूप व दिन में चली लू ने शहरवासियों को परेशान कर दिया। बाजारों में दोपहर होते ही सन्नाटा पसर गया। 

मंगलवार से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जो 25 मई तक रहेगा। आंधी व बूंदाबांदी होने के आसार हैं। फिलहाल, मौसम में आ रहे परिवर्तन के चलते गर्मी के तेवर तल्ख हो गए हैं। गर्मी से लोगों का बुरा हाल है। विद्युत आपूर्ति में भी कटौती होने लगी है। मौसम कार्यालय पर अधिकतम तापमान 41.4 डिग्री व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिक डाॅ. यूपी शाही का कहना है कि बढ़ते प्रदूषण के साथ गर्मी का असर बढ़ा है।

लगातार बढ़ रही गर्मी 

एडीएम वित्त पंकज वर्मा ने लू के प्रकोप से बचाव/प्रबंधन के लिए संबंधित विभागों एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मेरठ को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आपदा विशेषज्ञ ने बताया कि जलवायु परिवर्तन और वैश्विक तापमान में वृद्धि के कारण पूरे देश में गर्मी लगातार बढ़ रही है। ग्रीन हाउस गैसों के अधिक उत्सर्जन का भी प्रभाव है। हाल के वर्षों में हीटवेव भारत में भी एक जलवायु संबंधी खतरे के रूप में उभरी है।  
 
बच्चे, गर्भवती और बुजुर्ग अधिक सतर्क रहें

बच्चे, गर्भवती महिला और बुजुर्ग विशेष सतर्क रहें। कमजोरी, सिर दर्द, उल्टी महसूस, मांसपेशियों में ऐंठन हो और चक्कर आए तो तुरंत डाॅक्टर को दिखाएं। लू से प्रभावित व्यक्ति को छांव में लिटाकर ठंडे पानी से नहलाएं। चाय, काफी का सेवन न करें, तेज धूप में बाहर न निकलें, अधिक गर्मी में व्यायाम न करें, धूप में खडे़ वाहनों में बच्चों एवं पालतू जानवरों को न छोड़े। अधिक प्रोटीन वाले और बासी खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।