सतना ।   मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी गुरुवार को सतना लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ कुशवाहा की नामांकन रैली में शामिल हुए। उन्होंने पीएम-सीएम पर जुबानी हमला बोलते हुए मंच से ही सतना सांसद और भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह से 20 वर्षों की सांसद निधि के हिसाब के साथ ही पांच सवालों के जवाब मांगे। पीसीसी चीफ ने बीटीआई मैदान में आयोजित जनसभा में कहा कि अब वक्त आ गया है, जब भाजपा और नरेंद्र मोदी के झूठे वादों पर जनता उन्हें सबक सिखाएगी। स्व. कुंवर अर्जुन सिंह, बैटिस्टर गुलशेर अहमद और सुखलाल कुशवाहा की इस धरती से अब कांग्रेस का सांसद दिल्ली जाना चाहिए। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, सांसद विवेक तन्खा, विधायक डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंह एवं पूर्व विधायक नीलांशु चतुर्वेदी भी मंचासीन रहे। पटवारी ने कहा कि भाजपा ने मप्र में जनता और विधायकों का नहीं, बल्कि पर्ची का मुख्यमंत्री बैठाया है। प्रदेश की जनता से 2700 रुपए गेहूं और 3100 रुपए धान का समर्थन मूल्य देने को कहा था। लाडली बहनों ने शिवराज सिंह के 3 हजार देने के वादे पर भरोसा कर वोट दिया था, लेकिन जब चुनाव जीत गए तो मोदी ने एमपी में मोहन यादव को पर्ची का मुख्यमंत्री बना कर बैठा दिया। पर्ची के सीएम का फर्ज है कि वे इन वादों को पूरा करें, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। जीतू पटवारी ने केंद्र सरकार, भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधा। कहा कि मोदी ने स्विस बैंक में काला धन रखने वालों की लिस्ट लाने को कहा था, लेकिन लिस्ट स्टेट बैंक की आ गई। भाजपा ने सबसे अधिक चुनावी चंदा लिया, लेकिन जवाब दूसरों से मांग रही है। भाजपा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अलग ही तरह का अभियान छेड़ रखा है, इसमें भाजपा में जाते ही लोगों के दामन पर लगी भ्रष्टाचार की कालिख मिट जाती है। आज तक 141 लोगों पर ईडी के छापे पड़े जिनमें से 121 लोग भाजपा में शामिल हो गए। सब साफ भी हो गए।

सतना सांसद से पांच सवाल

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सतना सांसद एवं भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह से 20 साल की सांसद निधि का हिसाब मांगा और पांच सवाल पूछे। पटवारी ने पूछा कि 20 साल के संसदीय कार्यकाल और केंद्र में 10 वर्ष के भाजपा शासन के बावजूद आज तक सतना में एक भी यूनिवर्सिटी क्यों नहीं खुलवाई? जबकि प्रदेश में भी 18 वर्ष से अधिक समय से भाजपा का शासन है। सीमेंट प्लांटों में सप्लाई किसके पास है? वहां स्थानीय लोगों को रोजगार क्यों नहीं दिला पाए? प्लांटों में सप्लाई सांसद और भाजपा के लोगों की ही क्यों है? रोजगार बाहर के लोगों को क्यों है? माइनिंग पर भाजपा नेताओं और सांसद के परिजनों का एकाधिकार क्यों है? सतना के लोग कहां जाएं। पटवारी ने कहा कि सांसद एक व्हाइट पेपर जारी करें और बताएं कि 20 वर्षों की 200 करोड़ से अधिक की सांसद निधि से क्या हुआ? उन्होंने जनता से कहा कि भाजपा वाले आपके पास आएं तो उन्हें एक मुट्ठी चावल देकर विदा कीजिए और कांग्रेस को विजयी बनाइए। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि सतना को भय-भ्रष्टाचार से मुक्त कराने के लिए कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ की जीत जरूरी है, इसलिए हर बूथ का कार्यकर्ता घर-घर जाए और काम में जुट जाए।

सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि देश मे कांग्रेस को खत्म करने की भाजपा ने साजिश रची है। अकारण छापे मारे जा रहे हैं, खाते बंद किए जा रहे हैं। कांग्रेस के खाते से 135 करोड़ रुपए उड़ा लिए गए। तन्खा ने कहा कि अगर कांग्रेस नहीं बचेगी तो देश मे लोकतंत्र- प्रजातंत्र भी नहीं बच पाएगा। इसलिए देशहित में कांग्रेस को जिताने का संकल्प आप सभी को लेना है।