जयपुर । हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर ने एक बार फिर निगम में अतिरिक्त आयुक्त रहे राजेंद्र वर्मा पर निशाना साधा है। इसके अलावा उन्होंने हेरिटेज निगम से स्थानांतरित हुए अन्य अधिकारियों को भी आड़े हाथ लिया है। महापौर मुनेश गुर्जर कहा कि नगर निगम में बड़े पदों पर बैठे अधिकारी ट्रांसफर के बावजूद निगम नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने नए पद पर जॉइन कर लिया, लेकिन नगर निगम से उनका मोह नहीं छूट रहा है। इसकी वजह से आम जनता और जनप्रतिनिधियों को अपने रोजमर्रा के काम के लिए परेशान होना पड़ रहा है। अब इसकी शिकायत राज्य सरकार से की जाएगी। उनके इस बयान से एक बार फिर हेरिटेज निगम में खलबली मच गई है। 
मेयर ने कहा कि राजेंद्र वर्मा का निगम से ट्रांसफर करीब डेढ़ महीने पहले हो गया था। उन्होंने नया पद भी संभाल लिया, लेकिन निगम में भी वे आज भी अतिरिक्त आयुक्त के पद पर काम कर रहे हैं। उन्हें नगर निगम से रिलीव नहीं किया गया है। ऐसा कैसे हो सकता है कि एक अधिकारी एक साथ दो पद पर काम कर रहा हो। महापौर ने कहा कि इनके अलावा भी नगर निगम हेरिटेज में ऐसे काफी अधिकारी हैं, जिनका ट्रांसफर हुए लंबा वक्त बीत गया है। उन्होंने दूसरी जगह पर जॉइन भी कर लिया है, लेकिन वह अब भी नगर निगम में काम कर रहे हैं। मेयर ने कहा कि नगर निगम के बड़े पदों पर बैठे अधिकारियों ने दूसरे विभाग में जॉइन कर लिया है, लेकिन नगर निगम में अपने पद को नहीं छोड़ा है। ऐसे में जयपुर की जनता को इसका सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है, यह लोग न तो फील्ड में दौरे पर जा रहे हैं, ना ही हेरिटेज निगम के मूल काम कर रहे हैं। सिर्फ कहीं और बैठ फाइलों पर साइन कर रहे हैं। इसलिए अब इस मामले में सरकार को भी पत्र लिखा जाएगा। राजेंद्र वर्मा का 16 जुलाई को नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त के पद से ट्रांसफर हो गया था। इसके बाद उन्होंने जल संसाधन विभाग में संयुक्त शासन सचिव के पद पर जॉइन भी कर लिया, इसके बावजूद उन्होंने निगम के अतिरिक्त आयुक्त का पद नहीं छोड़ा। इसी तरह नगर निगम के उपायुक्त आशीष वर्मा का भी पिछले महीने खाद्य विभाग में ट्रांसफर हो गया था। उन्होंने खाद्य विभाग में पदभार भी ग्रहण कर लिया, लेकिन इसके बावजूद उन्हें नगर निगम से रिलीव नहीं किया गया।