तेहरान । ईरान ने महिलाओं के हिजाब विरोधी प्रदर्शन में शामिल एक एक फुटबॉलर को फांसी की सजा सुनाई है। जिस फुटबॉलर को सजा सुनाई गयी है उसका नाम आमिर नस्र-आजादानी है और उसने ईरान की राष्ट्रीय अंडर-16 टीम के लिए खेला है। इस फुटबॉलर को सजा से बचाने के लिए ईरान की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान सहित कई खिलाड़ियों ने अपील की थी पर सरकार ने ठुकरा दिया है। सरकार के अनुसार फुटबॉलर आमिर नस्र-आजादानी ने एक दंगे में भाग लिए था जिसमें हुई हिंसा में तीन सुरक्षा कर्मी मारे गये थे। आमिर ईरान के बुशहर एफसी टीम में डिफेंडर हैं। 
कोर्ट में पेशी के दौरान ईरानी सरकार ने आमिर पर देश के खिलाफ विद्रोह करने सशस्त्र गिरोहों का सदस्य होने देश की सुरक्षा को कमजोर करने में विदेशी ताकतों की सहायता करने का आरोप लगाया। ऐसे में कोर्ट में उनके खिलाफ मोहराबेह के आरोप साबित हुए। मोहराबेह का अर्थ ईश्वर के खिलाफ युद्ध छेड़ना है। ईरान में इस गलती की सजा मौत है। गौरतलब हे कि ईरान सरकार देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों से परेशान है। इसी कारण दो प्रदर्शनकारियों को फांसी भी दी गयी थी। वहीं मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल का दावा है कि विरोध प्रदर्शनों के लिए 11 लोगों को पहले ही मौत की सजा सुनाई जा चुकी है।