नई दिल्ली। भारत और म्यांमा ने सीमा पर मौजूदा स्थिति, व्यापार और ‘कनेक्टिविटी’ सहित कई मुद्दों पर व्यापक रूप से चर्चा की। भारत ने पड़ोसी देश के लोकतंत्र की दिशा में आगे बढ़ने के प्रति अपने समर्थन को भी दोहराया। 
दोनों पक्षों ने भारत-म्यांमार विदेश कार्यालय परामर्श (एफओसी) के 20वें दौर की बैठक में अपने समग्र सहयोग का जायजा लिया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने किया जबकि म्यांमा की टीम का नेतृत्व उसके उप विदेश मंत्री यू ल्विन ऊ ने किया।
भारत ने पिछले माह भारत-म्यांमा सीमा के करीब म्यांमा की सेना और जुंटा विरोधी समूहों के बीच लड़ाई को रोकने का आह्वान किया था, जिससे मिजोरम में म्यांमा के शरणार्थियों की आमद शुरू हो गई थी।
भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा, दोनों पक्षों ने सीमा पर मौजूदा स्थिति के अलावा सुरक्षा, व्यापार, वाणिज्य और कनेक्टिविटी, म्यांमा में द्विपक्षीय विकास परियोजनाओं की स्थिति और अंतरराष्ट्रीय अपराधों से संबंधित चिंताओं जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की।