शामली में नकाबपोश बदमाशों ने थानाभवन क्षेत्र के नौजली गांव में एक परिवार को बंधक बनाकर लाखों रुपये की डकैती की घटना को अंजाम दिया। घटना का पता चलने पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। हालांकि पुलिस जल्द खुलासे के दावे कर रही है। लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं। उधर डकैती की घटना के बाद परिवार सहमा हुआ है।

क्षेत्र के गांव नोजल निवासी पाल सिंह पुत्र ओमप्रकाश अपने घर में पत्नी रामकली, लड़का विनोद, सोनू, अंकुर व पुत्रवधू पुष्पा, सीमा, रूपा आदि के साथ रहता है। पाल सिंह का परिवार छह बीघा जमीन व मेहनत मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता है।

बीती रात परिवार के विनोद उसकी पत्नी पुष्पा व मां रामकली आंगन में सोए थे। जबकि परिवार के अन्य सदस्य अपने-अपने कमरों में सो रहे थे। रात्रि करीब एक बजे आठ नकाबपोश बदमाश घर की दीवार लांघकर अंदर पहुंचे और आंगन में सो रहे तीनों को उठा लिया।

बदमाशों ने सबसे पहले कहा कि उन्हें बहुत भूख लगी है। जब रामकली उसके बेटे-बहू खाना बनाने के लिए रसोई में पहुंचे तो बदमाशों ने उन्हें बंधक बना लिया। इसके बाद बंदूक की नोक पर अन्य कमरों के दरवाजे खुलवा कर परिवार को भी बंधक बनाया। बंधन बनाते वक्त छोटे बेटे अंकुर व उसकी पत्नी रूपा ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने उनके साथ मारपीट कर दी। जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गए। परिवार को बंधक बनाकर बदमाश घर में रखे करीब चार लाख रूपये के आभूषण व 50 हजार की नकदी लेकर फरार हो गए।

रात करीब तीन बजे परिवार के लोग जैसे-तैसे बंधन से मुक्त हुए। इसके बाद उन्होंने 112 नंबर पर पुलिस को घटना की सूचना दी। घटना की सूचना फैलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। 112 के साथ पूरी फोर्स व पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया। इसके अलावा डॉग स्क्वायड ने भी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की। उधर घटना के बाद पाल सिंह का पूरा परिवार भय के साए में है। पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है।

दो घंटे तक मचाया उत्पात

पाल सिंह के घर में तमंचे लेकर घुसे आठ नकाबपोश बदमाशों ने करीब दो घन्टे तक खूब उत्पात मचाया। तीनों बहुओं की अलमारी, संदूक आदि का सामान खंगालने के बाद बदमाशों ने रामकली के सामान को भी नहीं छोड़ा। 

जब सभी बदमाशों ने रामकली व उसके बेटे बहु को उठाया और भूख लगने की बात कही तो रामकली आधी रात को ही भूखे बदमाशों को खाना खिलाने के लिए तैयार हो गई थी। इस बात को लेकर उसने न जरा सा विरोध किया और ना हिचकिचाहट। भला उसे क्या पता था कि ये बदमाशों की उन्हें बंधक बनाने की चाल थी।