जयपुर । भारतीय जनता पार्टी के चूरू से विधायक राजेन्द्र राठौड़ ने सीकर के फतेहपुर में दो जाटी बालाजी मंदिर के दर्शन करने के बाद अपने बयान में गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया।
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राम नवमी का पर्व हिंदू धर्म के लिए अति पवित्र दिन होता है. लेकिन सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है सरकार ने एक साथ 8 जिलों में धारा 144 लगाकर, जो हमें संविधान प्रदत्त अधिकार है, हमारी धार्मिक मान्यताओं को स्वतंत्रता पूर्वक मानने का, उस पर कुठाराघात की कोशिश की है। राठौड़ ने कहा कि दुर्भाग्य है कि रामनवमी जैसे पर्व पर हम अपनी भावनाओं का प्रगतिकरण नहीं कर सके, तुष्टीकरण की हदों को सरकार पार कर रही है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार रामनवमी अति पवित्र दिन है. रामनवमी के पर्व पर हम भी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के पद चिन्हों पर चलकर मर्यादा स्थापित करें। राठौड़ ने कहा कि आज का दिन कमजोर की मदद करने के संकल्प लेने का दिन है. करौली हिंसा पर पूछे गये सवाल पर राठौड़ ने कहा कि सभी धर्मों को एक नजरिए से देखा जाना चाहिए हिंसा कोई एक धर्म के एक पर्व से नहीं फैलती है. उन्होंने कहा कि राजस्थान का इतिहास है रामनवमी के पर्व पर कभी भी हिंसा नहीं फैली है उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जानबूझकर जिस प्रकार का हमला हुआ. अब तो पुलिस जांच में भी प्रमाणित हो गया है कि हमलावर पहले से घात लगाए पत्थर लिए हुए बैठे थे. अचानक इस शांतिपूर्ण जुलूस पर पथराव किया गया. इससे कायराना हरकत और क्या हो सकती है कि पुलिस वहां पर मौजूद रही और सिंबॉलिक उपस्थिति दर्ज कराती रही एक भी हमलावर को पुलिस ने नहीं पकड़ा इससे बड़ा दुर्भाग्य राजस्थान में हो नहीं सकता।