कोटा। कोचिंग सिटी कोटा में 15 वर्षीय स्कूली छात्रा की हत्या के आरोपी गौरव जैन को पुलिस ने 9 दिन बाद हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उसे लेकर कोटा पहुंच गई है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया है कि वह छात्रा का रेप करना चाहता था। जब सफल नहीं हुआ तो गला दबाकर उसे मार डाला। बाद छात्रा को फांसी के फंदे से कमरे की खिड़की से लटका दिया। बाद में कमरे पर ताला लगाकर घर से स्कूटी लेकर फरार हो गया था। पुलिस से बचने के लिये आरोपी लड़की के कपड़े पहनकर देश के करीब एक दर्जन शहरों में घूमता रहा। फिर सिर भी मुंडवा लिया। जब पैसे खत्म हो गए तो अपनी बहन के घर जाकर छिप गया था।
 कोटा में हुये इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए सिटी एसपी केसर सिंह शेखावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ट्यूशन टीचर गौरव जैन छात्रा को पाना चाहता था। इसके चलते उसने वैलेंटाइन-डे से एक दिन पहले छात्रा को ट्यूशन के बहाने घर बुलाया। छात्रा के आने के बाद गौरव ने उससे संबंध बनाने की कोशिश की। लेकिन छात्रा ने इसका विरोध किया। विरोध करने पर गौरव ने अपनी बदनामी के डर से रस्सी से छात्रा का गला घोंटकर निर्ममता से उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद छात्रा के शव को लटकाकर वह स्कूटी से फरार हो गया। वारदात के बाद गौरव पुलिस से बचने के लिये लड़की के कपड़े पहनकर देश के करीब एक दर्जन शहरों में घूमता रहा। उसके पास जब पैसे खत्म हो गए तो अपनी बहन के घर चला गया। इससे पहले आरोपी ने अपने मोबाइल फेंक दिया और सिर भी मुंडवा लिया। वह किसी भी परिचित के संपर्क में नहीं आया। छात्रा की हत्या के बाद पूरे कोटा शहर में आक्रोश फैल गया था। आरोपी गिरफ्तारी के बाद आक्रोशित लोगों ने कोटा बंद भी रखा था। पुलिस ने गौरव की गिरफ्तारी पर पहले पांच हजार इनाम राशि रखी थी। बाद में से बढ़ाकर दस हजार कर दिया गया था। उसके बाद शहर की सामाजिक संस्थाओं ने भी उसकी गिरफ्तारी पर चार लाख 21 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। आरोपी टीचर गौरव जैन को पुलिस ने कोर्ट में पेशकर उसे 6 दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है। छात्रा की हत्या के बाद फैले आक्रोश को देखते हुये पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिये अपनी पूरी ताकत झौंक दी थी। 500 से अधिक पुलिसकर्मी और अधिकारी 29 टीमें बनाकर उसे ढूंढ रहे थे। उसका कोई सुराग नहीं लगने पर पुलिस को इस बात का भी अंदेशा हुआ कि कहीं उसने सुसाइड तो नहीं कर लिया। इसके चलते चंबल नदी समेत इलाके अन्य नदी नालों में भी सर्च अभियान चलाया गया था।