धागा फैक्टरी में लगी भीषण आग, 150 बार पानी डाल पाया गया काबू....
लुधियाना में चंडीगढ़ रोड स्थित गांव जंडियाली बुड्डेवाल रोड पर स्थित पारश्वनाथ धागा फैक्टरी में शुक्रवार सुबह करीब चार बजे आग लग गई। देखते ही देखते आग ने भयंकर रुप धारण कर लिया। आग की लपटें दूर दूर तक दिखाई दे रही थी। आग इतनी भयानक थी कि एक बार तो पूरे इलाके में धुआं फैल गया था।
सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की एक के बाद एक गाड़ियां मौके पर पहुंच गई और आग पर काबू पाना शुरू कर दिया। आग इतनी ज्यादा फैल गई कि समराला की फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को भी बुलाना पड़ा। करीब सात घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग पर काबू पाने के लिए करीब 150 गाड़ियां पानी की डाली गई। अभी आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। हालांकि आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। आग लगने की वजह से फैक्टरी में पड़ा लाखों रुपये का धागा जल कर राख हो गया।
पारश्वनाथ धागा मिल में सारा धागे का काम होता है। सुबह फैक्टरी के बाहर सिक्योरिटी गार्ड तैनात था और कुछ कारीगर काम कर रहे थे। सुबह करीब चार बजे धागा मिल में आग लग गई। आग की लपटें देख कारीगरों और सुरक्षा कर्मचारी ने शोर मचा दिया। अंदर काम करने वाले सभी कारीगर बाहर की तरफ भागे। उन्होंने बाहर आकर आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी ज्यादा फैल गई थी कि काबू नहीं आई। उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी फायर ब्रिगेड को दी। जिसके बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचने लगी। आग ज्यादा फैल चुकी थी तो जिला प्रशासन ने फायर ब्रिगेड के सभी स्टेशनों से सभी गाड़ियां मंगवा ली। उसके बाद समराला से भी गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंच गई। धागा मिल में हर तरफ से फायर ब्रिगेड की टीमों ने पानी डाला। अंदर कई तरह का धागा पड़ा था। जिस कारण आग पर काबू पाने में मुश्किल आई। फायर विभाग की टीमों ने करीब डेढ़ सौ के करीब गाड़ियां पानी की डाली और आग पर काबू पाया।
फायर अधिकारी आतिश राय ने बताया कि सुबह साढ़े चार बजे सूचना मिलने के तुरंत बाद गाड़ियां भेज दी गई थी। अंदर कई तरह का धागा था तो आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था, लेकिन फायर ब्रिगेड की टीमें डटी रही और सात घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाने में कामयाबी हासिल हुई। आतिश राय ने बताया कि मिल में किसी तरह का कोई फायर सिस्टम नहीं लगा था। अगर फायर सिस्टम लगा होता तो अंदर से समय पर पानी डालना शुरू हो जाता और आग पर काबू पाने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं लगती। उन्होंने कहा कि जांच की जा रही है कि आग कैसे लगी है।