मप्र की राजनीति में आप के बाद बाप की एंट्री
भोपाल । मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में इस बार घमासान देखने को मिलेगा। भारतीय जनता पार्टी को पांचवी बार सत्ता में नहीं आने देने के लिए जी-जीन से जुटी कांग्रेस के बाद अब अन्य पार्टियां भी एक्टिव हो रही हैं। आम आदमी पार्टी (आप) ने तो एमपी की सभी 230 सीटों पर चुनाव लडऩे का ऐलान किया है। अब इसी चुनाव में आदिवासी बहुल्य क्षेत्रों में नई पार्टी एक्टिव हो रही है। भारत आदिवासी पार्टी (बाप) नामक की यह पार्टी आदिवासियों के लिए अन्य राज्य बनाने की मांग को लेकर चुनाव में कूदने वाली है।
मध्यप्रदेश में आम आदमी पार्टी के बाद अब बाप यानी भारत आदिवासी पार्टी की भी एंट्री हो रही है। यह पार्टी फिलहाल आदिवासी क्षेत्रों में ही सक्रिय है और जल्द ही पूरे आदिवासी क्षेत्र में माहौल गर्मा सकती है। राजस्थान के मानगढ़ से तालुल्क रखने वाले भील आदिवासी समुदाय से जुड़ी यह पार्टी मध्यप्रदेश में भी दमखम दिखाने की तैयारी में है। मानगढ़ भील आदिवासी समुदाय का गढ़ है।
मध्यप्रदेश के भील आदिवासी बेल्ट के रतलाम, झाबुआ, नीमच और अलीराजपुर में भारत आदिवासी पार्टी के गठन की प्रक्रिया करने वाले नेता इन दिनों एक्टिव हैं। इस पार्टी के राजूमार रौत और रामप्रसाद राजस्थान विधानसबा में विधायक हैं, जबकि भील समुदाय के नेता कांतिभाई रौत लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। यह फिलहाल भारतीय ट्राइबल पार्टी के बैनरतले चुनाव लड़ चुके हैं। इनका संगटन लंबे समय से भील प्रांत की मांग करता रहा है। पार्टी के नेताओं ने बताया कि अंग्रेजों के वक्त में भील प्रांत अस्तित्व में था। जिसे तोड़कर चार राज्य बना दिए गए। इनमें मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान शामिल हैं। पार्टी के प्रमुख कांतिभाई रौत ने मीडिया को बताया कि भारत आदिवासी पार्टी के पंजीयन की प्रक्रिया अंतिम दौर में है और हम मध्यप्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भील आदिवासी प्रत्यासी को मैदान में उतारेंगे। हमारी पार्टी सिर्फ भील आदिवासी क्षेत्र में ही काम करेगी। रौत ने बताया कि कुछ समय पहले हुए पंचायत चुनाव में भील आदिवासियों के चार सदस्य जीतकर आए हैं, जिन्हें काफी वोट भी मिले हैं।