11 फरवरी से लापता 16 वर्षीय जेईई अभ्यर्थी का शव सोमवार रात (19 फरवरी) राजस्थान के कोटा के एक वन क्षेत्र में एक चट्टान पर दो पेड़ों के बीच फंसा हुआ पाया गया। बता दें कि पीड़ित को आखिरी बार 11 फरवरी को गराडिया महादेव मंदिर के जंगल के पास सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था। पुलिस ने बताया कि वह नियमित परीक्षा के लिए अपने हॉस्टल से निकला था।

पुलिस ने कहा कि यह आत्महत्या का मामला है। बता दें कि कोटा में इस साल विभिन्न कोचिंग सेंटरों के छात्रों द्वारा ऐसा कदम उठाने की घटनाओं की संख्या में बढ़ावा हुआ है। अब तक 4 ऐसी घटनाएं सामने आई है। इसके अलावा, इस महीने की शुरुआत में विभिन्न विश्वविद्यालयों के दो बी.टेक छात्रों ने भी आत्महत्या की।

एक हफ्ते से लापता एक और छात्र

बता दें कि कोटा कई कोचिंग सेंटरों के लिए जाना जाता है जो छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराते हैं। इस बीच, संयुक्त प्रवेश परीक्षा का एक 17 वर्षीय अभ्यर्थी कोटा छात्रावास से एक सप्ताह से लापता है और उसका पता लगाने के लिए गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

आईआईटी-जेईई की तैयारी कर रहा था सोंध्या

पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन ने संवाददाताओं को बताया कि जेईई अभ्यर्थी का शव सोमवार देर शाम गराडिया महादेव मंदिर के पास जंगल से बरामद किया गया, जिसकी पहचान मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के निवासी रचित सोंध्या के रूप में हुई है। सोंध्या आईआईटी-जेईई की तैयारी कर रहा था। एसपी ने कहा कि जिला कलेक्टर की अनुमति लेने के बाद सोमवार रात को पोस्टमार्टम किया गया और शव मृतक के परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया।

पीयूष कपासिया अभी भी लापता

अधिकारी ने बताया कि जेईई का एक और अभ्यर्थी, पीयूष कपासिया (17) अभी भी लापता है और उसका पता लगाने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। जवाहर नगर पुलिस स्टेशन के सर्कल इंस्पेक्टर वासुदेव सिंह ने कहा, यह संदिग्ध आत्महत्या का मामला है और पुलिस ने जांच के लिए आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 174 के तहत मामला दर्ज किया है।

रचित के शव के पास से बरामद किए गए सामान
 
सोंध्या 11 फरवरी को दोपहर करीब 12 बजे नियमित परीक्षण के लिए जवाहर नगर पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर स्थित महावीर नगर -1 में अपने छात्रावास के कमरे से निकला था। लड़के का बैग, मोबाइल फोन, एक पावर बैंक, कमरे की चाबियां और कुछ अन्य सामान 12 फरवरी को मंदिर से लगभग 200 मीटर की दूरी पर पाए गए थे। उसे आखिरी बार सीसीटीवी फुटेज में टैक्सी किराए पर लेते और गराड़िया महादेव मंदिर के जंगल में जाते हुए देखा गया था। 

कोटा नगर निगम दस्ते के सदस्यों और मृतक के 40-50 परिवार के सदस्यों के अलावा लगभग 60-70 पुलिस कर्मियों ने अंततः घटनास्थल से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर एक चट्टान पर दो पेड़ों के बीच फंसे शव को देखा। शव के पास ही लड़के का सामान मिला।