हिमाचल में कांग्रेस की अब तक नहीं टूटी नींद
नई दिल्ली । हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं। सत्तारूढ़ल दल भारतीय जनता पार्टी से लेकर राज्य में राजनीतिक जमीन तलाश रही आम आदमी पार्टी भी गतिविधियां बढ़ा रही है। खास बात है कि चुनावी राज्य में कांग्रेस नदारद है। पहाड़ी राज्य में इस साल के अंत तक चुनाव संभव हैं। इसके अलावा एक और भाजपा शासित राज्य गुजरात भी साल के अंत तक चुनावी दौर से गुजरेगा। 22 अप्रैल को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा कांगड़ा से नागरोटा बागवान तक रोड शो करेंगे। वहीं, इसके बाद वे नागरोटा बागवान के गांधी ग्राउंड में एक रैली करेंगे। संभावना है कि इसके बाद नड्डा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार से मुलाकात कर सकते हैं। इस दौरान भाजपा प्रमुख कांगड़ा स्थित बृजेश्वरी माता मंदिर भी जा सकते हैं। हाल ही के महीनों में नड्डा दूसरी बार अपने गृहराज्य पहुंच रहे हैं। नड्डा की रैली के बाद आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल कांगड़ा जिले के शाहपुर में रोड शो करेंगे और रैली को संबोधित करेंगे। खास बात है कि सबसे ज्यादा विधानसभा सीटों के चलते यह जिला सभी पार्टियों की नजर में हैं। हिमाचल प्रदेश की कुल 68 में से 15 कांगड़ा में हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य की 44 सीटें जीतकर सत्ता हासिल करने वाली भाजपा ने इस क्षेत्र में 11 सीटें अपने नाम की थी। जबकि, कांग्रेस यहां 3 सीटें हासिल कर सकी थी। कहा जा रहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृ्त्व वाली आप पहाड़ी राज्य में कांग्रेस की जगह लेने की कोशिश कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि रैली के दौरान कुछ कांग्रेस नेता आप का हिस्सा बन सकते हैं।