रांची। झारखंड में कांग्रेस कोटे के मंत्री रहे आलमगीर आलम की गिरफ्तारी और मंत्री पद से इस्तीफे के बाद खाली सीट को भरने को लेकर माथापच्ची चल रही है। कांग्रेस में मंत्री पद के कई दावेदार हैं।आलमगीर आलम के स्थान पर जामताड़ा के विधायक डॉ. इरफान अंसारी का नाम तय हो चुका है, लेकिन मंत्री बनने की ताक में लगे अन्य विधायकों को भी इस प्रकरण ने मौका दे दिया है। ऐसे में परेशानी आड़े आ रही है।दल के भीतर इस बात को लेकर भी खींचतान मची है कि अन्य विधायकों को भी मंत्रिमंडल में मौका दिया जाए। पहले से पद पर जमे वैसे मंत्रियों को हटाया जाए, जिनका परफॉरमेंस सही नहीं है। मंत्री बादल का नाम इस क्रम में ऊपर है। हालांकि इसपर कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं है।कांग्रेस में हालात एक अनार, सौ बीमार वाली है। दो विधायकों को मंत्री पद दिए जाने की स्थिति में एक मंत्री को हटाना पड़ेगा। ऐसे में पार्टी में नए सिरे से विवाद उत्पन्न होगा।विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी कोई जोखिम उठाने को तैयार नहीं है। जो विधायक मंत्री बनने की रेस में पिछड़ रहे हैं, उन्हें इससे विरोध का मौका मिल जाएगा। वैसे भी आदिवासी विधायकों में नाराजगी देखी जा रही है। वे खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं, लेकिन आलाकमान को अपनी भावनाओं से अवगत कराया है।