केसिंगा    ओडिशा राज्य की व्यापारिक नगरी केसिंगा में एक हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन यहाँ श्री महावीर जैन भवन के पुनरूध्दार सहायतार्थ इस समिति व्दारा किया गया।जो इस स्थान के यंग व्लड पब्लीक स्कूल के विशाल प्रांगण में हजारों की सख्या मे दर्शको की उपस्थित पूरा किया गया । जिसमें भारत के विभिन्न नगरों से कविगणों की उपस्थिति व स्थानीय लोगों के अथक प्रयास से इस आयोजन दो चरणों में पूरा किया । पहला-चरण-स्थानीय लोगों को सम्मानित करने का रहा जिसमें बहुत से स्थानीय लोगों को श्री विजय जैन,लक्ष्मण जैन, गोपाल जैन जी की अध्यक्षता में समिति व्दारा बहुत से लोगों को सम्मानित किया गया । दूसरा-चरण-इस आयोजन मे आदरणीय विनीत चौहान(अलवर)राजस्थान,जानी बैरागी(म.प्र.)धार,सुनील ब्यास (महाराष्ट्र)मुम्बई ,पूनम वर्मा –मथुरा और इस वर्ष के लाफ्टर चैलेंज के चैंपियन हिमाशुं बवंडर –इंदौर .सभी का स्वागत मंच व्दारा किया गया ।इस कवि सम्मेलन का संचालन करते हुए हास्य का जीवन और जीवन का हास्य की परिभाषा के साथ पूनम वर्मा जी (गीत और गजल) सरस्वती वंदना से आरंभ करते हुए विनीत चौहान जी ने सबसे युवा लाफ्टर चैलेंज के चैंपियन हिमाशुं बवंडर –इंदौर-उज्जैन जी को आमंत्रित किया बस एक बार सोनी टीवी का माहौल पैदा करते हुए हिमांशु ने महिलाओं व पुरूषो के बीच ऐसा बवंडर मचा दिया जो अंत तक चलता रहा ..समाज में लडकियों को लडको की तुलना मे अधिक तव्वजों..कालेज के चालीस लडके फेल होते है और भी बहुत कुछ ।फिर जानी बैरागी की बारी ये दो लाईन “’’हजारों-हजारों टुकडे हुये होंगे एक मजबूर बाप के।तब जाकर कें 35 टुकडे हुये होगें मोहतरमा आपके ।।”” बहुत ही सुंदर प्रस्तुति के बाद मंच मे उपस्थिति में पूनम वर्मा जी को उनकी गीतो-गजलों से माहौल को सजाते हुए केसिंगा वालो के दिलों मे अपनी जगह बना ली उनकी ही ये चार लाईने”” मैं हूँ पूनम जिसे सागर भी प्यार करते है ,जान मुझ पर निसार बार-बार करते है .।मैं भला इंतजार क्यों करूं सितारो का ,,सितारों खुद ही मेरा तजीर करते है ।।“”बहुत लाजवाब प्रस्तुति।विनीत जी के मंच संचालन के क्रम में सुनील ब्यास मुम्बई जी की उपस्थि ने इस आयोजन की ऊँचाई को छूने लगी उनकी दो लाईने ””मेरे घर के पास का मैदान सुना सुना है,,लगता है कोई मोबाईल मेरे बच्चों की गेंद चुराकर ले गया है “” ऐसी सामाजिक सरोकार की बातों से भरी व्यंगय रचनओ से आपने इस मंच की गरिमा को ऐर बढाया है ।मेच संचालक महोदय के लगातार अनेको हास्य मुखडो के साथ व्यगंय के पुट हमेशा मिलते रहे और अंतिम कडी के रूप में उनकी ये दो लाईने देश को अपनी सुरक्षा के लिए सजगता का संदेस देती है “” चीन आँखें मुदें बैठा है आने वाली शामत है,घायल शेर युध्द करता है अपनी दुगनी ताकत से “”ऐसे बहुत से नाया मोती हमारी झोली मे डालकर इन कवि शायरों ने हास्य-व्यंगय गीत गजल सभी के साथ हिमाशुं का बवंडर से भरी शाम हमारी यादों मे रहेगगी और हमेशा केसिंगा के श्री महावीर जैन भवन समिति को इस आयोजन का आभार ।

प्रेषक –लिंगम चिरंजीव राव (एक दर्शक)