श्रीगंगानगर के घडसाना में भारत-पाक सीमा स्थित नेमीचंद बीओपी एरिया में रात को पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा में मादक पदार्थों की तस्करी करने का मामला सामने आया है। मध्य रात को पाकिस्तान की ओर से मादक पदार्थों की सप्लाई ड्रोन से की जा रही थी, जिसे बीएसएफ की जी ब्रांच व जवानों ने फायरिंग कर नाकाम कर दिया।

जी ब्रांच पहले से ही इस इलाके में सक्रिय थी, जिसके तहत मादक पदार्थों की तस्करी को नाकाम किया गया। बीएसएफ के सेक्टर हेडक्वार्टर बीकानेर के डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ ने प्रेसवार्ता में बताया कि बीएसएफ की जी ब्रांच अपने इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर पहले से ही इस इलाके में सक्रिय थी एवं इस इलाके में तस्करी की घटनाओं को देखते हुए इस इलाके के जवानों को सतर्क कर रखा था। तस्करी की पुख्ता जानकारी मिलने पर बीएसएफ की ओर से कमांडेंट अमिताभ पंवार दिशा निर्देशन में संदिग्ध जगहों पर नाकाबंदी की गई।

आधी रात को जैसे ही पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन की आवाज सुनाई दी तो अलर्ट जवानों ने उसी दिशा में फायरिंग की। उस जगह पर घेराबंदी करके सर्च अभियान चलाया गया तो दो पैकेट में मादक पदार्थ हेरोइन (संभावित) पाई गई। सभवत: फायरिंग की आवाज सुन कर अंधेरे का फायदा उठाकर तस्कर भागने में कामयाब रहे। रावला मंडी पुलिस ने भी जगह-जगह नाकाबंदी कर रखी थी। जब्त किए गए मादक पदार्थ लगभग पांच किलो 300 ग्राम की अंतरराष्ट्रीय कीमत 25 करोड़ के लगभग है।