लखनऊ। उत्तर प्रदेश में हुए नगरीय निकाय चुनाव के दौरान भाजपा के बागी नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। उन पर पार्टी लाइन से हटकर काम करने का आरोप लगाया गया और बेइज्जत करके निकाल दिया गया। अब लोकसभा चुनाव सामने हैं और भाजपा को नेता और कार्यकर्ताओं की जरुरत है। ऐसे में माना जा रहा है कि सभी 5 हजार बागियों को भाजपा ने मना लिया है। आज उनकी फिर घर वापसी हो रही है।
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा अपनी रणनीति को और धार देने की कोशिश में जुटी है। इसके लिए पार्टी ने यूपी निकाय चुनाव में निकाले गए 5 हजार से अधिक बागियों की घर वापसी कराने जा रही है। सोमवार को लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में अवध क्षेत्र के बीजेपी से 6 साल के लिए निष्कासित बागियों की वापसी कराई जाएगी। इसी तरह अन्य क्षेत्रों में भी बागियों की पुनः वापसी होगी। बता दें कि यूपी निकाय चुनाव में पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले 5000 से अधिक पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी की रणनीति यह है कि बागियों की वापसी से चुनाव की तैयारी को और मजबूती मिलेगी। साथ ही साथ जमीन पर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने में भी मदद मिलेगी। 
दरअसल, पार्टी के सर्वे से बात निकलकर सामने आई कि निकाय चुनाव में कई बागी जीत गए। वे अभी तक किसी भी पार्टी में नहीं गए हैं। लिहाजा अब उनकी पार्टी में वापसी कराकर लोकसभा चुनाव की तैयारियों को और धार दी जा सकती हैं। सोमवार को लखनऊ पार्टी मुख्यालय पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और अवध क्षेत्र के अध्यक्ष कमलेश मिश्र की मौजूदगी में 35 बागियों को पार्टी की सदस्यता दिलाई जाएगी। बताया जा रहा है कि इस दौरान दूसरे दलों के कई कार्यकर्ता भी बीजेपी ज्वाइन करेंगे। आज जिन 35 बागियों को बुलाया गया है उनमें मैथिलीशरण गुप्त वार्ड के पूर्व पार्षद दिलीप श्रीवास्तव, पूर्व कार्यवाहक महापौर सुरेश अवस्थी के अलावा कई पूर्व पार्षद, वार्ड अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष भी शामिल हैं।