नई दिल्ली । भारत में नकली चीज की जांच की खबर आते ही मैकडॉनल्ड की भारतीय फ्रेंचाइजी के शेयर नीचे आ गए हैं। मुख्य रूप से बर्गर बेचने के लिए काफी फेमस ग्लोबल फास्ट फूड आउटलेट मैकडॉनल्ड पर अब महाराष्ट्र सरकार भी जांच शुरू कर सकती है। एक अधिकारी ने जानकारी दी कि महाराष्ट्र सरकार इस बात की जांच करेगी कि क्या वे आउटलेट्स प्रोडक्ट्स में चीज की जगह अन्य विकल्पों का यूज करते थे क्योंकि जांच में ऐसा पाया गया है कि मैकडॉनल्ड के आउटलेट कस्टमर्स को असली चीज बताकर ठगी कर रहे थे। महाराष्ट्र सरकार की तरफ से शुरू हुई कार्रवाई का असर अब अन्य फास्ट फूड ग्लोबल ब्रांड्स पर देखने को मिल सकता है। इसमें मुख्य रूप से जिन फूड प्रोडक्ट्स पर जांच बढ़ने की संभावना है, उसमें पिज्जा और बर्गर बड़े तौर पर शामिल हो सकते हैं।
भारत की जनता को अपने प्रोडक्ट्स से जोड़ने के लिए कभी-कभी कंपनियां अपनी क्वालिटी के साथ खिलवाड़ कर देती हैं। क्योंकि सभी भारतीयों की ऐसी इनकम नहीं होती है कि वे ऐसे महंगे आउटलेट्स में जाकर खा सकें तो ऐसे में कंपनियां फायदा कमाने के लिए और ज्यादा से ज्यादा कस्टमर्स को जोड़ने के लिए डिस्काउंट तो देती हैं मगर क्वालिटी में गिरावट ला देती हैं। अगर भारत की फूड रेगुलेटर्स खाने के क्वालिटी को लेकर सख्ती बरतती हैं तो इनका असर कंपनी की बिक्री पर देखने को पड़ सकता है। बता दें कि मैकडॉनल्ड एक ग्लोबल फास्ट फूड चेन हैं जिसका भारत में कारोबार वेस्टलाइफ फूडवर्ल्ड करती है, ये भारतीय फ्रैंचाइजी है। पिछले शुक्रवार को कंपनी ने अपने प्रोडक्ट्स में सिर्फ शुद्ध ‘चीज़’ का ही इस्तेमाल होने का दावा किया था और कहा था कि वह इस बारे में ‘सक्षम अधिकारियों’ के साथ सहयोग कर रही है। 
एक मीडिया रिपोर्ट  में बताया कि मैकडॉनल्ड्स फ्रेंचाइजी जांच एजेंसी की कार्रवाई से भले ही सहमत नहीं दिख रही हो, लेकिन दिसंबर में उसने राज्य में बेचे जाने वाले कई बर्गर और नगेट्स के नाम से ‘चीज’ शब्द हटा दिया। गौरतलब है कि महाराष्ट्र फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने 23 फरवरी को मैकडॉनल्ड की अहमदनगर में स्थिति एक आउटलेट पर कार्रवाई करते हुए आरोप लगाया कि वह अपने कुछ प्रोडक्ट्स में असली चीज के बजाय वनस्पति तेल की मिलावट से बने चीज एनालॉग का यूज किया गया था। नियमों का उल्लंघन करने के मामले में आउटलेट पर तुरंत कार्रवाई की और इसका लाइसेंस निलंबित कर दिया।