लखनऊ । समाजवादी पार्टी के नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने राज्य की योगी सरकार के अनुपूरक बजट पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब सरकार 65 फीसदी पैसा खर्च ही नहीं कर पा रही है तो इस अनुपूरक बजट की क्या जरूरत है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये सरकार कहती है कि वो राज्य की इकॉनमी को वन ट्रिलियन डॉलर की बनाएगी लेकिन जब पैसा ही खर्च नहीं होगा तो यह कैसे संभव है? उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि ये सरकार डींग मारने वाली है। स्मार्ट सिटी का सपना दिखाया था, क्या इस सप्लीमेंट्री बजट में इसका जिक्र है? यह सरकार खुद समझ रही है कि अब इससे स्मार्ट सिटी नहीं बन पाएगी। 
अनुपूरक बजट पर चर्चा करते हुए शुक्रवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अगर कोई काम चल रहा होता है तो इस सरकार को पता है कि कैसे चलती चक्की में रोड़ा अटकाना है। ये रोड़ा अटकाने वाली सरकार है। इन सबके बावजूद भी सबसे ज्यादा पैसा पीडब्ल्यूडी की परियोजनाओं के लिए पैसा मांगा जा रहा है। इस सरकार को स्वीकार करना चाहिए कि जो उद्घाटन हुए थे, वो आधे अधूरे थे। उन्होंने कहा कि अगर बजट खर्च नहीं हो पा रहा तो सरकार को स्वीकार करना चाहिए की उनकी व्यवस्था है। अगर खर्च ही नहीं हो रहा है तो इतना बड़ा बजट क्यों चाहिए। जब मुख्य बजट से विकास नहीं हुआ तो सप्लीमेंट्री से क्या होगा? उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार ने न तो कोई नया अस्पताल बनाया न पुराने की हालत सुधारी। राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में भी लोगों को दिक्कत उठानी पड़ती है। सरकारों में दलाल खड़े हैं और वो मरीजों को प्राइवेट अस्पताल ले जाते हैं।
उन्होंने अनुपूरक बजट पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब मुख्य बजट से डेवलपमेंट नहीं हुआ तो इस सप्लीमेंट्री बजट से कौन सा डेवलपमेंट हो जाएगा? जब पूरे देश के राज्यों के बजट की तुलना की गई तो आपके प्रदेश का 18वां स्थान है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार जब 65 फीसदी पैसा ही खर्च नहीं कर पा रही है तो इस अनुपूरक बजट की क्या जरूरत पड़ गई और बिना पैसे खर्च किए राज्य की इकॉनमी को वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी कैसे बनाया जा सकता है।