रायपुर : सरगुजा जिले के जनपद पंचायत लुण्ड्रा अंतर्गत ग्राम बटवाही के गौठान में वर्मी कंपोस्ट निर्माण करने वाली प्रगति समूह की महिलाएं लगातार लाभ अर्जित कर आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। इन महिलाओं ने ना केवल वर्मी कम्पोस्ट निर्माण का काम किया, बल्कि साथ ही साथ बटेर, मुर्गी, मछली पालन और अंडा उत्पादन से 3.85 लाख रुपये की आय भी हासिल कर चुकी है।

आमदनी से मिली कुछ राशि को फिर काम में इन्वेस्ट किया और इससे भी इन्हें 1.85 लाख रूपए तक का लाभ मिला.

गोधन न्याय योजना के तहत इस महिला समूह ने 934 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन किया है जिसका मूल्य लगभग 9 लाख 34 हजार रुपये है। समूह द्वारा तैयार वर्मी खाद का विक्रय सहकारी सोसायटी के माध्यम से किया गया है। विक्रय के बाद महिला स्व सहायता समूह को 3 लाख 06 हजार रुपये की शुद्ध आमदनी प्राप्त हुई है। इसके अतिरिक्त महिला स्व सहायता समूह द्वारा बटेर और मुर्गी पालन सहित अंडा उत्पादन जैसे आजीविका भी चलाई जा रही हैं जिससे समूह की महिलाओं को लाभ मिला.

प्रगति महिला स्व सहायता समूह की सचिव एंजिला कहती है कि हमारे समूह में 6 से 8 महिलाएं काम करती हैं। हम लोग लगभग दो साल से लगातार वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन कर रहे हैं। इसके साथ ही अन्य आजीविका में भी शामिल रहे। गौठान के माध्यम से हमें यह मौका मिला कि हम अपने परिवार के लिए आर्थिक मजबूती के स्तंभ बन सके। वर्मी कंपोस्ट के लाभांश से हमने अपने लिए परिवार और घर के लिए बहुत सा सामान खरीदा। इसके साथ ही हमने गौठान में बटेर और मुर्गी पालन का काम किया। अंडा उत्पादन का भी काम किया जिससे आर्थिक लाभ मिला।

समूह की अन्य सदस्य रामेश्वरी दीदी ने अपने बच्चे के इलाज के लिए 5 हजार रुपये का उपयोग किया। समूह की ही सदस्य इलीना तिग्गा भी प्राप्त लाभांश से अपने परिवार में वैवाहिक कार्यक्रम में आर्थिक योगदान कर पाई जिसपर वे बेहद खुश हैं। समूह की सदस्य जुगनी ने गांव की बेहतर अर्थव्यवस्था तैयार करने पर आधारित इस योजना के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापन करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है।