नई दिल्ली । नरेला रेलवे स्टेशन के पास 28 जनवरी की सुबह महिला और दो बच्चों के शव मिलने के मामले में अभी तक मृतकों की शिनाख्त नहीं हो सकी है। पुलिस की तरफ से मृतकों की पहचान करने वाले को 10 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है।पुलिस को यह भी आशंका है कि कहीं आरोपितों ने पुलिस से बचने और जांच की दिशा भटकाने के लिए तो महिला और उसके दो बच्चों को वहां लाकर हत्या नहीं की ताकि यह समझा जा सके कि रेल से कटकर उनकी मौत हुई है। पुलिस ऐसा इसलिए मान रही है, क्योंकि नरेला रेलवे स्टेशन पर कही भी सीसीटीवी कैमरें नहीं लगे हैं। उनके पास रेलवे के टिकट भी नहीं मिले हैं।

घटनास्थल पर मिले खून के धब्बों से पता चला है कि महिला की हत्या 27 जनवरी की देर रात रेलवे स्टेशन से 30 मीटर की दूरी पर की गई है। अपराधी ने पहले महिला के सिर पर टाइल्स से वार किया फिर उसके शव को करीब 10 मीटर तक घसीटा गया। उसके बाद ढाई साल की बच्ची व छह से आठ माह के बच्चे के सिर पर हमला किया गया।पुलिस का यह भी कहना है कि हत्या के पीछे महिला के ही किसी जानकार का हाथ हो सकता है। अभी तक की जांच में लूटपाट की बात सामने नहीं आई है क्योंकि महिला के शरीर पर गहने भी है। घटनास्थल पर पुलिस को सिर्फ तीनों शव और खून के धब्बे ही मिले हैं। मौके से कोई दस्तावेज व मोबाइल आदि नहीं मिला है।

27 जनवरी की रात साढ़े 10 बजे के आसपास आखिरी ट्रेन झेलम एक्सप्रेस पूणे से आई थी। पुलिस आशंका जता रही है कि महिला बच्चों के साथ इसी ट्रेन से आई हो। यह ट्रेन जम्मू तवी रेलवे स्टेशन जाती है। ऐसे में पूणे से नरेला रेलवे स्टेशन तक 39 रेलवे स्टेशन पड़ते हैं। इन स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।पुलिस सूत्रों का कहना है कि उक्त ट्रेन महाराष्ट्र,मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश से होकर आती है, ऐसे में इन तीनों राज्यों की पुलिस से संपर्क महिला और दो बच्चों के गायब होने की गुमशुदगी रिपोर्ट भी मांगी गई है।बाहरी दिल्ली के रेलवे स्टेशनों के पास असामाजिक तत्वों और नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है। रात में बाहरी दिल्ली के स्टेशनों पर बदमाश वारदात को अंजाम देने से नहीं हिचकते हैं। ऐसे में इन पर भी पुलिस को शक है। पुलिस ने कुछ असामाजिक तत्वों व नशेड़ियों को हिरासत में लेकर मामले के बाबत पूछताछ कर रही है।