उत्तर रेलवे के डीआरएम डॉ. ने कहा कि कैंट स्टेशन यार्ड रिमॉडलिंग का काम 15 अक्तूबर को खत्म हो जाएगा। 16 अक्तूबर से सभी ट्रेनें कैंट स्टेशन से संचालित होने लगेंगी। बनारस, लोहता और शिवपुर की ट्रेनें कैंट पर लौट आएंगी। यही नहीं, कैंट स्टेशन नए कलेवर में दिखेगा।

 

मंगलवार को यार्ड रिमॉडलिंग कार्यों का जायजा लेने पहुंचे डीआरएम ने कहा कि आने वाले समय में फेस्टिवल स्पेशल सहित नई ट्रेनें भी कैंट से चलेंगी। कैंट स्टेशन निदेशक कक्ष में बातचीत में उन्होंने कहा कि यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य पूरा होने के बाद आउटर पर ट्रेनों को खड़ा करने से निजात मिलेगी। निरीक्षण के दौरान वाराणसी के एडीआरएम, स्टेशन निदेशक आदि मौजूद रहे।

ये मिलेंगी सुविधाएं 

प्रतिदिन औसतन 21 गाड़ियां वाराणसी कैंट स्टेशन पर प्लेटफाॅर्म की कमी और अन्य परिचालन कारणों से आउटर पर या आसपास के स्टेशनों पर रुकती हैं। यार्ड रिमॉडलिंग के बाद यह समस्या समाप्त हो जाएगी।

अलग गुड्स बाईपास लाइन के बनने से शिवपुर-काशी रूट पर मालगाड़ियों के लिए अलग लाइन शुरू हो जाएगी, जिस पर परिचालन बिना गाड़ियों को प्रभावित किए हुए चलता रहेगा।

प्रतापगढ़/फाफामऊ दिशा से आने वाली गाड़ियां अब प्लेटफॉर्म नंबर एक से तीन पर भी आ सकेंगी। यार्ड में क्रॉस मूवमेंट को कम करने के लिए लोहता, शिवपुर एवं बनारस दिशा के परिचालन का स्ट्रीम अलग किया जा रहा है। कैंट से वाराणसी सिटी के मध्य दोहरीकरण का कार्य पूर्ण हो जाएगा और इस दिशा की ट्रेनें प्लेटफाॅर्म एक से लेकर नौ तक आ सकेंगी। इससे इस दिशा की ट्रेनों का परिचालन सुगम होगा।

प्लेटफॉर्म 2 और 3 की चौड़ाई बढ़ जाएगी। इससे इस पर लिफ्ट और एस्केलेटर लगाने का कार्य पूर्ण हो सकेगा। इसी के साथ स्टेशन के सभी प्लेटफाॅर्म लिफ्ट और एस्केलेटर से जुड़ जाएंगे। मालगाड़ियों के परिचालन के लिए बिना प्लेटफाॅर्म की तीन लाइनें उपलब्ध होंगी, जिससे इनका परिचालन और सुगम होगा।

क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति (जेडआरयूसीसी) के सदस्यों ने कैंट स्टेशन पर यात्री सुविधाओं में लापरवाही देख नाराजगी जताई। मंगलवार को निरीक्षण के दौरान सदस्यों को द्वितीय यात्री हाॅल के शौचालय की टोंटी टूटी हुई मिली। सदस्यों ने मौके पर मौजूद वाणिज्य निरीक्षक को दिखाया। इसके बाद प्लेटफाॅर्म नंबर एक के खानपान स्टाॅलों की जानकारी ली। काउंटर पर लगे रेट लिस्ट को देखा और खाने की गुणवत्ता परखी। साथ ही प्लेटफाॅर्म पर ट्रेन की प्रतीक्षा में बैठे यात्रियों से फीडबैक लिया। इस दौरान उपयोगकर्ता परामर्शदात्री काउंसिल के सदस्य आदि मौजूद रहे।