77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देश को संबोधित करते हुए कारीगरों और शिल्पकारों के लिए विश्वकर्मा स्कीम का एलान किया है और कहा कि सरकार इस योजना को 13,000 करोड़ रुपये से लेकर 15,000 रुपये से शुरू करेगी।

ये स्कीम मुख्यतौर पर खास शैली में पारंगत स्किल्ड कामगारों के लिए होगी। इस योजना का पूरा नाम पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना या पीएम विकास योजना है। इस योजना का एलान आम बजट 2023 में किया गया था।

क्या है पीएम विश्वकर्मा योजना?

पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य स्किल ट्रेनिंग, टेक्नोलॉजी और वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर देशभर में मौजूद कारीगरों और शिल्पकारों की क्षमताओं को बढ़ाना है। इस स्कीम के तहत कुशल कारीगरों को एमएसएमई से भी जोड़ा जाएगा, जिससे कि उन्हें बेहतर बाजार मिल सके।

पीएम विश्वकर्मा योजना का किसे मिलेगा फायदा?

पीएम विश्वकर्मा योजना का फायदा बढ़ई, सोनार, मूर्तिकार और कुम्हार आदि क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को मिलेगा। इसके जरिए सरकार की कोशिश शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाना और साथ ही उन्हें घरेलू बाजार और वैश्विक बाजार के साथ जोड़ना है।

बजट में इस योजना का एलान करते हुए वित्त मंत्री ने कहा था कि शिल्पकार स्वतंत्र और आत्मनिर्भर भारत की सच्ची भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं और इस योजना से महिलाओं और समाज के कमजोर वर्गों को फायदा मिलेगा।

कब होगी पीएम विश्वकर्मा योजना लॉन्च?

पीएम मोदी की ओर से कहा गया कि विश्वकर्मा योजना को सितंबर में लॉन्च किया जाएगा। 17 सितंबर,2023 को विश्वकर्मा जयंती भी। पीएम ने कहा कि कारीगरों और छोटे व्यवसायों से जुड़े लोगों को इस योजना का फायदा मिलेगा।