जयपुर | राजस्थान देश भर में बेरोजगारी के मामले में टॉप दूसरे स्थान पर है। देश में सर्वाधिक 37.4 प्रतिशत बेरोजगारी दर पड़ोसी राज्य हरियाणा में है। दूसरे स्थान के साथ राजस्थान में बेरोजगारी दर 28.50 प्रतिशत पाई गई है। जबकि बेरोजगारी की राष्ट्रीय औसत दर 8.3 प्रतिशत ही है।विधानसभा के उप नेता प्रतिपक्ष और सीनियर बीजेपी नेता राजेन्द्र राठौड़ ने गहलोत सरकार को बेरोजगारी पर घेरते हुए कहा कि " मुख्यमंत्री दम्भ भर रहे हैं कि युवा और नौजवानों को समर्पित बजट पेश करेंगे। लेकिन सर्वाधिक बेरोजगरी दर उनकी सरकार के माथे पर कलंक है।

राजस्थान 17 लाख ग्रेजुएट बेरोजगारों के साथ पहले स्थान पर है। 70 लाख युवा रोजगार के लिए प्रतियोगी परीक्षा जिस प्रदेश में देते हैं, NCRB के आंकड़े बताते हैं कि सर्वाधिक बेरोजगारों ने आत्महत्या भी इसी राजस्थान में की है। बेरोजगारी के कारण प्रदेश में लचर कानून व्यवस्था के हालात बन गए हैं। अपराधों में भी राजस्थान टॉप पर आ गया है। जब से कांग्रेस की यह सरकार आई है, बेरोजगारी में राजस्थान कभी नंबर-1 तो कभी दूसरे नंबर पर आया है। इस सरकार में युवाओं का भविष्य अंंधकार में है। पेपर लीक, रीट में चीट और भ्रष्टाचार के साथ नकल माफिया प्रदेश में हावी है।

जिसने लाखों युवाओं और उनके परिवार के सपने तोड़े हैं। इसलिए युवा चुनाव में सत्ता परिवर्तन के लिए वोट करेगा।'पूर्व कैबिनेट मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि 'गहलोत सरकार रोजगार देने के मामले में पूरी तरह फेल रही है। सरकार ना तो रोजगार के अवसर बढ़ाने की व्यवस्था कर पाई और ना ही सरकारी नौकरियां की प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक होने से रोक पाई। जिससे युवाओं का भविष्य अंधकार में है। राजस्थान में सरकारी नौकरियों को लेकर युवा लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। राजस्थान में पेपर लीक बड़ा मुद्दा बना हुआ है।'

भारत में दिसंबर 2022 में बेरोजगारी की दर 8.3 प्रतिशत पर पहुंच गई। जोकि साल 2022 में सबसे ज़्यादा रही है। दिसंबर में देश में शहरी बेरोजगारी दर 10 प्रतिशत पर आ गई, जबकि ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी दर 7.5 प्रतिशत पाई गई। आंकड़ों के मुताबिक नवंबर 2022 में बेरोजगारी की दर 8 प्रतिशत ही थी, जबकि सितंबर में यह सबसे कम 6.43 प्रतिशत थी। इससे पहले अगस्त में यह 8.28 प्रतिशत पर थी, जो इस साल का दूसरा सबसे ऊंचा आंकड़ा रहा है।