अबू धाबी । फ्रांस के 2 दिन के दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिन के लिए यूएई पहुंचे हैं। यहां उन्हें सेरेमोनियल वेलकम दिया गया। यूएई के राष्ट्रपति भवन कसर अल वतन में उनका स्वागत राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की कलाई पर फ्रेंडशिप बैंड भी बांधा।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बैठक भी हुई। इसके बाद साझा बयान में पीएम मोदी ने कहा- दोनों देशों के संबंध पहले से काफी बेहतर हुए हैं। हर भारतीय अब यूएई को सच्चे दोस्त की तरह देखता है। पीएम मोदी के दौरे पर भारत और यूएई के बीच एक दूसरे की करेंसी में व्यापार करने पर समझौता भी हुआ है। साथ ही आबु धाबी में आईआईटी दिल्ली का कैंपस भी खोला जाएगा।
2024 की समिट में शामिल होने का किया वादा
 इस दौरान मोदी ने यूएई की सीओपी 28 की अध्यक्षता के लिए भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन के मनोनीत अध्यक्ष सुल्तान अल जाबेर के साथ सतत विकास को आगे बढ़ाने के तरीकों पर सार्थक बातचीत की। प्रधानमंत्री ने इस मुलाकात के क्षणों को ट्वीट करके साझा भी किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, सीओपी 28 के मनोनीत अध्यक्ष डॉ. सुल्तान अल जाबेर के साथ बहुत ही सार्थक बैठक हुई। हमारी चर्चा सतत विकास को आगे बढ़ाने के तरीकों पर केंद्रित रही। इस दौरान इसमें भारत के योगदान खास तौर से मिशन लाइफ को लेकर हमारे द्वारा किए जा रहे काम पर चर्चा की गई। उन्होंने  2023 संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए सुल्तान का आभार जताया। साथ ही कहा कि मैं आपके निमंत्रण के लिए आभारी हूं। मैं हमेशा यहां आने के मौके की तलाश में रहता हूं। मैंने यूएई में सीओपी-28 शिखर सम्मेलन में भाग लेने का फैसला किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भी ट्वीट कर इसके बारे में बताया। उन्होंने लिखा, डॉ. जाबेर ने प्रधानमंत्री को आगामी सीओपी-28 के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने यूएई की सीओपी-28 की अध्यक्षता के लिए भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत के प्रयासों और पहलों पर भी प्रकाश डाला।